पुतिन पर युद्ध अपराधों के मुकदमे शुरू करने की बाइडन की मांग, यूक्रेन के सामूहिक हत्याओं के लिए ठहराया जिम्मेदार

पुतिन पर युद्ध अपराधों के मुकदमे शुरू करने की बाइडन की मांग, यूक्रेन के सामूहिक हत्याओं के लिए ठहराया जिम्मेदार

पुतिन पर युद्ध अपराधों के मुकदमे शुरू करने की बाइडन की मांग, यूक्रेन के सामूहिक हत्याओं के लिए ठहराया जिम्मेदार

वाशिंगटन, 05 अप्रैल । यूक्रेन पर रूस के हमले के 40 दिन से अधिक होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को एकबार फिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी कहा और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का आग्रह किया।

बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन के बूचा शहर में नागरिक हत्याओं पर वैश्विक आक्रोश है। पुतिन को 'युद्ध अपराधी' कहने के लिए मेरी आलोचना हुई थी, लेकिन वह एक युद्ध अपराधी हैं।

बुचा में सामूहिक कब्र

रूसी सैनिकों की वापसी के बाद कीव के बाहर बुचा में एक सामूहिक कब्र मिली है। लोगों के बंधे हुए हाथों के शवों की खोज की गई। इस कारण अब संयुक्त राज्य अमेरिका यूरोप को मास्को के खिलाफ और प्रतिबंधों के लिए प्रेरित कर रहा है। बाइडन ने कहा कि यह आदमी (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) क्रूर है। बुचा में जो हो रहा है, वह अपमानजनक है। हर कोई इसे देख रहा है। यह एक युद्ध अपराध है। मैं और प्रतिबंधों की मांग कर रहा हूं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। हमें जानकारी जुटानी है। हम यूक्रेन को और हथियार मुहैया कराना जारी रखना होगा, जो उन्हें लड़ाई जारी रखने के लिए चाहिए। इसके लिए हमें सभी विवरण प्राप्त करने होंगे, ताकि युद्ध अपराध का मुकदमा शुरू हो।

उधर, क्रेमलिन ने स्पष्ट रूप से बुचा सहित नागरिकों की हत्या से संबंधित किसी भी आरोप का खंडन किया। क्रेमलिन ने कहा कि यूक्रेन द्वारा रूस को कलंकित करने के लिए कब्रों और शवों का मंचन किया गया है।

वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने इसे यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा रची गई साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि शवों के वीडियो और तस्वीरें डालकर यूक्रेनी सरकार दुनिया भर को उकसा रही है।

संयुक्त राष्ट्र में रूसी प्रथम उप दूत दिमित्री पोलांस्की ने इस घटना पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का अनुरोध किया।

उल्लेखनीय है कि रविवार को कीव के पास बूचा शहर में कथित तौर पर लिए गए फुटेज के साथ मीडिया रिपोर्टें सामने आईं, जिसमें 410 मृत लोगों के शव सड़क पर पड़े थे। रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि जारी की गई सभी तस्वीरें और फुटेज कथित तौर पर उकसावे का प्रतिनिधित्व करते हैं।