जागरूक गांव:  जहां महामारी काल में कोई ग्रामीण नहीं हुआ "कोरोना पॉजिटिव"

जागरूक गांव:  जहां महामारी काल में कोई ग्रामीण नहीं हुआ "कोरोना पॉजिटिव"
कौशाम्बी। महामारी संक्रमण काल मे ऐसी तस्वीर कौशाम्बी से सामने आई है, जहां के मुख्यालय से सटे गाव महुआ खाडा में एक भी मरीज कोरोना का सामने नही आया है। इसके पीछे गाव के लोगो की जागरूकता एवं आशा और आगनबाड़ी कार्यकर्ती की अथक मेहनत बताई जाती है। 

मुख्यालय मंझनपुर से महज 2 किलोमीटर दूर बसा है गांव महुआ खाडा। इस गांव की आबादी करीब 700 लोगों की है। जिसमे 114 परिवार रहते है। यहां के बाशिंदों ने महामारी संक्रमण काल मे दुनिया के सामने अपने जुझारूपन और जागरूकता की मिसाल पेश की है। गाव का कोई भी नागरिक पहले और दूसरी कोरोना की लहर में महामारी से ग्रसित नहीं हुआ। 

महिला अनारकली व आंगनवाड़ी कार्यकत्री संगीता देवी के मुताबिक महामारी की जानकारी मिलते ही गाव की महिलाओं ने आगनबाड़ी व आशा के साथ मिलकर महिलाओ को जागरूक किया। रिस्तेदारो के आने जाने पर रोक लगाई जाए। गाव के बाहर से आने वाले हर शख्स को बिना स्वक्छ कराये घर मे प्रवेश नही दिया। नतीजा आज सबके सामने है गाव का कोई भी व्यक्ति कोरोना महामारी से ग्रसित नही हुआ। 

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण केसरवानी के मुताबिक ब्लाक महुआ खाडा गांव में स्वास्थ्य टीम ने दो बार जाँच की कोई भी ग्रामीण कोरोना ग्रसित नहीं पाया गया। 
इसके पीछे हेल्थ वर्कर व् आगनबाड़ी कार्यकर्ती की अथक मेहनत रही है। इसकी बड़ी वजह गांव की साक्षरता दर का अधिक होना माना जा सकता है।