दो वर्ष बाद नरसिंह शोभायात्रा में फिर शामिल होंगे सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नरसिंह शोभायात्रा में शामिल होने की दी सहमति

दो वर्ष बाद नरसिंह शोभायात्रा में फिर शामिल होंगे सीएम

गोरखपुर, 08 मार्च । होलिकोत्सव समिति के अध्यक्ष ई. अरुण प्रकाश मल्ल और मंत्री मनोज जालान ने मंगलवार को बताया कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण भगवान नरसिंह शोभायात्रा में शामिल होने में असमर्थ सीएम योगी आदित्यनाथ इस वर्ष शोभायात्रा में शामिल होंगे। इसकी उन्होंने सहमति दे दी है। बता दें कि 19 मार्च को भगवान नरसिंह शोभायात्रा निकलेगी और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करेगी।

कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से वे पिछले दो वर्ष तक भगवान नरसिंह शोभायात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे थे। होली के दिन शहर में परम्परागत रूप से भगवान नरसिंह की शोभायात्रा निकलती है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर वर्ष शामिल होते रहे हैं। लेकिन पिछले दो वर्षों तक उन्हें इसमें शामिल होने का मौका नहीं मिला। वजह कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से भीड़ भाड़ में शामिल होने से परहेज करना पड़ रहा था। लेकिन इस बार उन्होंने इसमें शामिल होने की सहमति दे दी है। होलिकोत्सव समिति के अध्यक्ष ई. अरुण प्रकाश मल्ल और मंत्री मनोज जालान से हुई बातचीत में मुख्यमंत्री ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।

घंटाघर से निकलेगी शोभायात्रा

जानकारी देते हुए ई. अरुण ने बताया कि रंगभरी शोभा यात्रा 19 मार्च को सुबह 8:30 बजे घंटाघर से निकलेगी। यात्रा से पहले मुख्यमंत्री होली खेलने के लिए मौजूद जनसमूह को सम्बोधित करेंगे। गीत, प्रार्थना और भगवान नरसिंह की महाआरती के बाद शोभायात्रा आगे बढ़ेगी। यह शोभायात्रा घंटाघर से निकलकर मदरसा चौक, लालडिग्गी, मिर्जापुर, घासीकटरा, जाफरा बाजार, चरणलाल चौक, आर्यनगर, बक्शीपुर, नखास चौक, रेती चौक होते हुए घंटाघर लौट कर सम्पन्न होगी।



इस शोभायात्रा में शामिल होने वाले लोगों को नशा करना प्रतिबंधित होगा। नीला और काला रंग का इस्तेमाल भी वर्जित रहेगा। अरुण ने बताया कि यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और होलिकोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में निकाली जाएगी। अनुशासन का विशेष जोर रहेगा।



सम्मत की राख को उड़ा होगी होली की शुरूआत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और होलिकोत्सव समिति की अगुवाई में निकलने वाले भगवान नरसिंह की शोभायात्रा के बाद मनाई जाने वाली होली की शुरुआत सम्मत की राख उड़ाने से होगी। बता दें यह राख होलिका दहन के बाद होती है। होली के अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर में साधु-संतों व श्रद्धालुओं के साथ होलिका दहन के बाद राख की पूजा अर्चना करेंगे। सम्मत की राख को उड़ाकर होली की शुरूआत करेंगे। राख को माथे पर लगाकर एक-दूसरे को बधाई देने के बाद मंदिर परिसर में होली खेलने की शुरुआत होगी और सभी के रंगों में सराबोर होने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।



गोरखनाथ मंदिर में भी होगा कार्यक्रम

होली के मौके पर गोरखनाथ मंदिर में पारम्परिक रूप से आयोजनों का दौर चलता है। बता दें कि इस आयोजन के दौरान गोरखनाथ मंदिर के चबूतरे पर गोरखपीठाधीश्वर आकर बैठेंगे। फिर यहां, आसपास कलाकार आएंगे और फाग (फगुआ) गीत का गायन करेंगे।



फगुआ सुनने का बाद शोभायात्रा में शामिल होंगे योगी

यहां फगुआ सुनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ घंटाघर पहुंचेंगे। यहां से निकलने वाली ऐतिहासिक भगवान नरसिंह की शोभायात्रा में शामिल होंगे। गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में वह महाआरती करेंगे। शोभायात्रा में शामिल हजारों लोगों को होली की शुभकामना देंगे और अबीर गुलाल उड़ाकर उनके साथ होली खेलेंगे। बता दें कि पिछली बार शोभायात्रा में केवल महाआरती करने के बाद सुरक्षा कारणों से मुख्यमंत्री वापस लौट गए थे।