सपा के बोए अपराध का योगी सरकार कर रही सफाया : सिद्धार्थ नाथ सिंह
उप्र सांस्कृतिक विरासत व संस्कृति आधारित आध्यात्मिकता का केंद्र
प्रयागराज, 15 मार्च । नवरात्र के दौरान मंदिरों में अखंड रामायण पाठ का मुख्यमंत्री योगी के फैसले का पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने स्वागत किया है। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के कटाक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर अखिलेश यादव राजनीतिक चश्मे से इस फैसले को देखेंगे तो उन्हें कुछ अलग ही नजर आएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और संस्कृति के आधार पर आध्यात्मिकता को देखेंगे तो यह फैसला उन्हें भी सही लगेगा।
भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बुधवार को अपने निज आवास पर कहा कि यूपी सरकार का जो सांस्कृतिक मंत्रालय है, वह अध्यात्मिकता के आधार पर संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। भाजपा महिला सशक्तिकरण की बात करती है। अखंड रामायण में महिलाओं के लिए अच्छे संदेश हैं। मंदिरों में नवरात्र में अंखड रामायण पाठ से लोगों का ज्ञान बढ़ेगा और उसका प्रचार भी होगा। किसी ने अगर अखंड रामायण नहीं पढ़ी है तो ही वह इसका विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि अखंड रामायण पाठ सरकार का सही और उचित निर्णय है।
सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव को रामायण पाठ के फैसले पर कटाक्ष करने के बजाए स्वामी प्रसाद मौर्या पर पाबंदी लगानी चाहिए। उन्होंने रामचरितमानस पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया था। पूर्व मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव उसी राजनीतिक चश्मे से पूरे मामले को देख रहे हैं जिस चश्मे से स्वामी प्रसाद मौर्या देख रहे थे।
वहीं, उमेश पाल शूट आउट कांड को लेकर विपक्ष द्वारा यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जाने पर सिद्धार्थ नाथ ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने जो अपराध का बीज बोया था, वह 30-35 साल पनपा है। इसलिए अगर अखिलेश यादव चाह रहे हैं कि वह एक साथ खत्म कर दें, तो ऐसा नहीं होगा। यूपी सरकार व्यवस्थित तौर पर ठोस कार्रवाई कर रही है। पुलिस साक्ष्यों को इकट्ठा करते हुए अच्छा एक्शन कर रही है। पुलिस कार्रवाई का ही डर है कि माफिया जेल से यूपी में आने से डर रहे हैं। गुजरात जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसका भाई अशरफ हाईकोर्ट से लेकर निचली अदालतों में अर्जियां डाल रहा है। जिस माफिया का परिवार प्रयागराज और पूरे यूपी में राज कर रहा था, वही परिवार आज या तो जेल के अंदर है या फिर फरार है। भगोड़े परिवार पर इनामी राशि भी घोषित की गई है।