सावन पहला सोमवार: शीतलाघाट से गंगा जल लेकर यदुवंशी करेंगे बाबा का जलाभिषेक
सावन पहला सोमवार: शीतलाघाट से गंगा जल लेकर यदुवंशी करेंगे बाबा का जलाभिषेक
वाराणसी, 25 जुलाई । सावन माह के पहले सोमवार पर यदुवंशी शीतलाघाट से गंगाजल लेकर काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। कोविड काल को देखते हुए पांच यदुवंशी परम्परा का निर्वहन करते हुए जन्त्रलेश्वर यादव के अगुवाई में बाबा विश्वनाथ के दरबार में जलाभिषेक के लिए जायेंगे।
जिला प्रशासन से भी बाबा के गर्भगृह में जलाभिषेक के लिए सिर्फ पांच लोगों को ही अनुमति मिली है। रविवार दोपहर ये जानकारी काशी विश्वनाथ दल के अध्यक्ष जंत्रलेश्वर यादव ने पत्रकारों को दी। जंत्रलेश्वर यादव ने कहा कि कोरोना काल के पहले बाबा का जलाभिषेक करने के लिए हजारों यदुवंशी भाई जुटते थे। और भव्य शोभायात्रा के साथ बाबा विश्वनाथ और अन्य शिवालयों में जलाभिषेक करते थे। ये परम्परा अंग्रेजों के शासनकाल से चलती आ रही है।
काशी विश्वनाथ दल के संस्थापक बाबा विश्वनाथ के परम भक्त गोलोकवासी तेजू सरदार ने 1952 में यदुवंशी समाज के नेतृत्व में काशीवासियों के साथ शीतलाघाट से मां गंगा का पवित्र जल लेकर बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में जलाभिषेक किया था। इस परम्परा में यादव समाज सावन के पहले सोमवार को हजारों की संख्या में शीतलाघाट पर जुटते रहे है। जलाभिषेक के कार्यक्रम में अन्य संगठन भी हिस्सेदारी करते है। यह बात प्रशासन के मेला रजिस्टर में भी दर्ज है।
पत्रकार वार्ता में इं.अशोक यादव, मदन यादव, रमेश यादव, सुनील यादव भी मौजूद रहें।