पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, प्रेमी-प्रेमिका गिरफ्तार

पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, प्रेमी-प्रेमिका गिरफ्तार

पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, प्रेमी-प्रेमिका गिरफ्तार
बांदा, 24 जून । तीन दिन पहले नदी किनारे एक व्यक्ति की लाश पाई गई थी। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने हत्या पर जुर्म स्वीकार किया है।

घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि 20 जून को थाना जसपुरा अंतर्गत बुधेडा गांव में नदी के किनारे शिव नारायण निषाद पुत्र स्व.रघुवीर निषाद निवासी ग्राम बुधेडा का शव  मिला था। जिसके हाथ पैर बंधे हुए तथा पैरों के बीच डंडा डला हुआ पाया गया था। जिससे यह स्पष्ट हो गया था कि शिवनारायण की हत्या की गई है, किंतु किसी से रंजिश न होने के कारण पुलिस के लिए इस हत्या का राज चुनौतीपूर्ण हो गया था।

इस मामले में मृतक के 18 वर्षीय बेटे दीपक द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष जसपुरा सुनील सिंह द्वारा शुरू की गई। विवेचना के दौरान मृतक की पत्नी दुलारी और उसके प्रेमी जगभान सिंह उर्फ पितुवा पुत्र गुलबदन सिंह निवासी ग्राम बुधेडा थाना जसपुरा का नाम प्रकाश में आया। जिससे दोनों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।

हत्या का जुर्म स्वीकार करते हुए उन्होंने बताया कि 18 जून को उसका बेटा दीपक व बेटियां गांव में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में गए हुए थे। शिव नारायण व उसकी पत्नी घर पर मौजूद थे। उसी रात करीब 8.30 बजे शिव नारायण अपने घर से गांव के ही वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने चला गया। शिवनारायण के घर पर  जगभान का आना-जाना था क्योंकि शिव नारायण जगभान की खेती-बाड़ी देखता था। इसी दौरान उसके संबंध शिव नारायण की पत्नी दुलारी से हो गए थे। घटना के दिन जगभान भी खपटिहा कला गांव निमंत्रण में गया था। वहां से लौटकर वह नारायण के घर पहुंचा जहां शिव नारायण घर पर नहीं था। 
इस बीच मंडप कार्यक्रम से शिवनारायण जल्दी घर पहुंच गया और जगभान तथा अपनी पत्नी दुलारी को आपत्तिजनक स्थिति देख लिया और गुस्से में पत्नी को मारने पीटने लगा। साथ ही जगभान को भी गाली-गलौज देने लगा। तब जगभान व दुलारी ने उसे धक्का मारकर चारपाई में गिरा दिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शिव नारायण के शव को चारपाई के नीचे डाल कर छुपा दिया और जगभान अपने घर चला गया।

जगभान रात को 02 बजे पुनः शिव नारायण के घर पहुंचा और उसके हाथ पैर बांधकर बीच में डंडा डाल दिया और डंडा के सहारे उठाकर दोनों नदी के किनारे ले गए और उसे नदी के पानी में फेंक दिया। दो दिन बाद शिव नारायण का शव नदी में मिला।
पुलिस ने तीन दिन के अंदर इस मामले का पटाक्षेप कर दिया। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में थानाध्यक्ष जसपुरा सुनील सिंह, आरक्षी शुभम सिंह, सौरभ यादव, अमित त्रिपाठी, महिला आरक्षी संगीता वर्मा व अमरावती शामिल रही।