नारीबारी से कोरांव मार्ग पर मवैया-गौरा में दो लेन पुल बनकर हुआ तैयार
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था भूमि पूजन
प्रयागराज, 24 जुलाई। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीमा से सटे प्रयागराज जिले के प्रतापपुर-भारतगंज मार्ग स्थित नारीबारी मवैया टोंस नदी पर दो लेन नया पुल बनकर तैयार हो गया। जिससे क्षेत्रीय जनता में खुशी का माहौल है। 1954 में बना एक्वाडक्ट पुल जर्जर होने से जिला प्रशासन ने लोहे का गार्डर लगाकर भारी वाहनों के आवागमन को पुराने पुल पर प्रतिबंधित कर दिया था। जिसके बाद क्षेत्रीय जनों के आवागमन में भारी परेशानी होती थी।
इलाहाबाद की सासंद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, तत्कालीन बारा विधायक डॉ अजय कुमार, कोरांव विधायक राजमणि कोल, भाजपा जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती, जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी आदि के प्रयास से प्रदेश की भाजपा सरकार ने स्वीकृति दी थी। जिसका भूमि पूजन प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने छह दिसम्बर 2020 को विधि-विधान से भूमि पूजन अर्चन कर फावड़ा चलाकर शुभारम्भ किया था। उन्होंने भूमिपूजन के समय उत्तर प्रदेश राज्य सेतू निगम के अधिकारियों को चेताया था कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहींं होना चाहिए। इसके बाद वैश्विक महामारी कोरोना से कुछ कार्य प्रभावित हो गया था। अब उत्तर प्रदेश राज्य सेतू निगम द्वारा टोसं नदी में निर्माणाधीन पुल कम्पलीट होने से क्षेत्र वासियों में खुशी का महौल है।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि यह पुल उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीमा क्षेत्र के तीन राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग, प्रयागराज-रीवां मार्ग, प्रयागराज-बांदा मार्ग सहित दोनों राज्यों के हजारों लोगों के प्रतिदिन यातायात का मुख्य मार्ग है। अब पुराने पुल के बगल ही दो लेन का नया पुल बनकर तैयार है।
दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने चंद शेष पुल के कार्य को पूरा कर जल्द जनता के सुपुर्द करने की मांग राज्य सेतू निगम व शासन-प्रशासन से की है। जिससे क्षेत्रीय लोगों को जल्द से जल्द आवागमन की सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
पुराना एक्वाडक्ट पुल मात्र 21 लाख मे 1954 में हुआ था तैयार
मीडिया प्रभारी ने बताया कि नारीबारी-कोरांव मार्ग के मवैया एक्वाडक्ट पुराने पुल का निर्माण 1952-1954 के बीच मात्र 21 लाख के व्यय से हुआ था। इस पुल की खासियत थी की नदी के ऊपर बने पुल पर नहर भी चलती थी, उसके ऊपर यातायात व्यवस्थाएं चल रही थी। अब जिस दो लेन पुल का भूमिपूजन व निर्माण प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने किया था, भूमिपूजन के समय उसकी लागत लगभग 6256.23 करोड़ रुपये थी।