प्रयागराज में ठेकेदार की हत्या मामले में दामाद समेत दो गिरफ्तार
प्रयागराज में ठेकेदार की हत्या मामले में दामाद समेत दो गिरफ्तार

प्रयागराज, 09 मार्च । करेली थाना, एसओजी नगर एवं सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम ने ठेकेदार की हत्या का खुलासा करते हुए रविवार को मृतक के दामाद समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया। हत्या में प्रयुक्त औजार एवं कुछ नगदी बरामद किया है। जबकि हत्या में शामिल एक अभियुक्त की तलाश जारी है। यह जानकारी रविवार को अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पुष्कर वर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि हत्या मामले में मृतक सलाउद्दीन उर्फ जल्लू का दामाद एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के लखनपुर ग्राम निवासी सद्दाम पुत्र स्वर्गीय सीराज अहमद और मीरजापुर निवासी संजय पुत्र राजकुमार मजदूर को गिरफ्तार किया है। जबकि हत्या में शामिल एक मजदूर की तलाश जारी है। पुलिस टीम ने हत्या में प्रयुक्त औजार एक चाकू, एक हथौड़ा और 570 रुपए बरामद किया है।
उल्लेखनीय है कि 6 मार्च को करेली के ऐनुद्दीन पुर मोहल्ले में निर्माणाधीन मकान में एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के लखनपुर ग्राम निवासी सलाउद्दीन 52 वर्ष की हत्या कर दी गई थी। सूचना पर पुलिस टीम ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी और परिवार की तहरीर पर करेली थाने में धारा 103(1) बी.एन.एस. व 4 एवं 5 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी । पुलिस टीम को मृतक के पुराने सिम कार्ड से सुराग़ मिल गया और हत्यारों तक पहुंच गई।
--हत्या की वजह जीवन भर की कमाई एवं बच्चों से न मिल पाना
पूछताछ में अभियुक्त सद्दाम ने बताया कि मृतक सलाउद्दीन उर्फ जल्लू पुत्र नैईमुद्दीन निवासी लखनपुर थाना एयरपोर्ट प्रयागराज उम्र करीब 52 वर्ष की बेटी निशा बानो से हुई थी। जिससे दो बच्चे थे कुछ दिनों के बाद टीबी की बीमारी के कारण अभियुक्त की पत्नी निशा बानो की मृत्यु हो गयी थी। मृत्यु के दो माह बाद सास जमीला के कहने पर ससुर सलाउद्दीन ने अपने छोटी बेटी तूबा बानो से अभियुक्त की शादी करा दी। शादी के बाद से अभियुक्त सद्दाम उपरोक्त सउदी अरब कमाने चला गया। जहां सद्दाम की तबीयत खराब हो गयी। जिससे वह वापस आ गया। गम्भीर रुप से बीमार होने के कारण ससुर सलाउद्दीन ने अभियुक्त को अपने बीवी बच्चों से मिलने नहीं और तलाक करा दिया था। जिससे अभियुक्त सद्दाम उपरोक्त मानसिक रुप से काफी परेशान रहने लगा और अभियुक्त ने जो भी पैसा कमाया था वह अपने सास-ससुर को दे दिया था। जिस कारण अभियुक्त के घर वाले भी उससे नाराज रहते थे। इन सबसे तंग आकर कई बार अपने ससुर को समझाने का प्रयास किया। परन्तु नहीं माने तो उनको अकेले में सबक सिखाने की सोच ली।
अभियुक्त का ससुर ठेके पर मकान बनाने का काम करता था।अभियुक्त ने अपने ससुर को जान से मारने के लिए मार्केट से एक चाकू और एक हथौड़ी व दो तालों की व्यवस्था किया। इसके बाद जागृति लेबर चौराहा से दो लेबरों को अपना मकसद बिना बताये एक घंटे काम बताकर तैयार किया फिर उन्हें ले जाकर मोटर साइकिल से पहले से देखे हुए निर्माणाधीन मकान को दिखाकर वहां पर खुद व मजदूर संजय के साथ रुक गया तथा दूसरे मजदूर छोटू को आयशा मस्जिद के पास भेज दिया और पुनः फोन करके मजदूर संजय से बात करवाकर अपने ससुर को काम हेतु मकान पर मजदूर छोटू (जो पहले से आयशा मस्जिद के पास मौजूद था जो निर्माणाधीन मकान पर जाने वाले रास्ते में पड़ती है) के साथ बुलवाया।
बातचीत के लिए जैसे ही मृतक सलाउद्दीन मकान के अन्दर वाले कमरे में घुसा तो अभियुक्त उपरोक्त द्वारा कमरे का दरवाजा झटके से बंद करते हुए पहले से हाथ में लिए हुए हथौड़े से ताबड़तोड़ मृतक के सिर पर वार कर दिया। जिससे मृतक घायल होकर फर्श पर गिरकर बेहोश हो गया। इसके बाद अभियुक्त ने मृतक के पेट व सिर में चाकू से कई बार हमला करके हत्या कर दिया और लाश को छुपाने के नियत से साथ में लाये हुए ताले को अन्दर वाले कमरे के दरवाजे व मुख्य दरवाजे को बंद करके ताला लगा दिया। तथा अभियुक्तों ने चाकू को पानी टंकी के पास झाड़ियों में छिपा दिया तथा हथौड़ी जल्दबाजी में वही मकान में छूट गयी थी। इसके बाद साथ लाए हुए मजदूरों को अपनी मोटर साइकिल से 60 फीट रोड पर छोड़ आया तथा घटना में प्रयुक्त सिम को तोड़कर नदी में फेक दिया था। हालांकि सर्विलांस सेल पूरे हत्याकांड का खुलासा करने में कामयाब हो गई। पुलिस टीम दोनों आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।