प्रयागराज करेली थाना क्षेत्र हत्या मामला - दो अभियुक्त गिरफ्तार, चौंकाने वाले खुलासे
प्रयागराज करेली थाना क्षेत्र हत्या मामला - दो अभियुक्त गिरफ्तार, चौंकाने वाले खुलासे

प्रयागराज: करेली थाना क्षेत्र में हाल ही में हुए सनसनीखेज हत्या मामले में प्रयागराज पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना करैली पुलिस, एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) नगर और सर्विलांस सेल नगर की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में वांछित दो अभियुक्तों, सद्दाम और संजय को धर दबोचा है।
गिरफ्तारी और बरामदगी:
पुलिस ने सद्दाम को लखनपुर प्राइमरी स्कूल के पास से गिरफ्तार किया, जबकि संजय को उसके राजरूपपुर स्थित आवास से पकड़ा गया। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए हैं। इनमें एक चाकू और एक हथौड़ा शामिल हैं, जो अपराध को अंजाम देने में इस्तेमाल किए गए थे। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 570 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।
पूछताछ और खुलासा:
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त सद्दाम ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच में पता चला कि सद्दाम और मृतक सलाउद्दीन उर्फ जल्लू के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था, जो इस हत्या का मुख्य कारण बना।
सद्दाम ने बताया कि उसका पहला विवाह मृतक सलाउद्दीन की बड़ी बेटी निशा बानो से हुआ था। निशा की मृत्यु के बाद, परिवार के कहने पर उसने मृतक की दूसरी बेटी, तूवा बानो से शादी की थी। हालांकि, सऊदी अरब से वापस आने के बाद सद्दाम की तबीयत बिगड़ गई, लेकिन उसे न तो अपने परिवार से मिलने दिया गया और न ही उसकी पत्नी को उससे मिलने दिया गया। इसके साथ ही, उसका तलाक भी करा दिया गया, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था। सद्दाम के अनुसार, उसने बदला लेने की योजना तभी बना ली थी जब उसे अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने नहीं दिया जा रहा था।
हत्या की योजना और क्रियान्वयन:
सद्दाम ने सलाउद्दीन को सबक सिखाने के लिए एक चाकू और एक हथौड़ा खरीदा। उसने दो मजदूरों को बुलाया और उन्हें काम के बहाने एक निर्माणाधीन मकान पर ले गया। उसने अपने ससुर सलाउद्दीन को भी उसी स्थान पर बुलवाया। जैसे ही सलाउद्दीन कमरे में दाखिल हुआ, सद्दाम ने दरवाजा बंद कर दिया और हथौड़े से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद, उसने चाकू से उसके पेट और सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद, सद्दाम ने लाश को छुपाने के लिए कमरे को ताला लगा दिया। अभियुक्तों ने चाकू को पानी की टंकी के पास झाड़ियों में छिपा दिया, जबकि हथौड़ा जल्दबाजी में घटनास्थल पर ही छूट गया।
सद्दाम का विस्तृत बयान:
अपनी पूछताछ में, सद्दाम ने बताया कि निशा बानो से उसकी दो संतानें थीं। निशा की टीबी से मृत्यु के बाद, उसकी सास जमीला के कहने पर सलाहुद्दीन ने उसका विवाह अपनी छोटी बेटी तूवा बानो से करा दिया। शादी के बाद, सद्दाम सऊदी अरब चला गया, जहां स्वास्थ्य बिगड़ने पर वह वापस लौट आया। आर्थिक तंगी और बीमारी से जूझते हुए, सलाहुद्दीन ने उसे उसकी पत्नी और बच्चों से मिलने नहीं दिया, और उसे तलाक दे दिया, जिससे वह मानसिक रूप से अस्थिर हो गया। सद्दाम ने यह भी बताया कि उसने अपनी सारी कमाई सलाहुद्दीन को दे दी थी, जिसके कारण परिवार में कलह बढ़ गई थी।
सद्दाम के अनुसार, बार-बार समझाने के बावजूद जब सलाहुद्दीन नहीं माना, तो उसने उसे सबक सिखाने की योजना बनाई। उसने चाकू का इंतजाम किया और एक परिचित के माध्यम से सलाहुद्दीन को मकान बनवाने के बहाने एनुद्दीनपुर बुलवाया। अगली सुबह, बच्चों को बहाने से बाहर निकालकर, वह चाकू और हथौड़ी लेकर मस्तान मार्केट पहुंचा। वहां से उसने दो मजदूरों को काम का लालच देकर उस निर्माणाधीन मकान पर ले गया जहां उसने पहले से ही एक कमरा देख रखा था। उसने एक मजदूर को भेजकर सलाहुद्दीन को कमरे में बुलाया। जैसे ही सलाहुद्दीन कमरे में घुसा, सद्दाम ने दरवाजा बंद कर दिया और हथौड़ी से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गया। फिर उसने चाकू से उसके सिर और पेट पर कई वार किए, जिससे चाकू टूट गया। सलाहुद्दीन की मृत्यु सुनिश्चित होने पर, उसने कमरे और मकान के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया और मजदूरों को 60 फीट रोड पर छोड़ दिया। उसने मृतक का मोबाइल फोन और सिम तोड़कर नदी में फेंक दिया और घर आकर अपने कपड़े धो दिए।
सद्दाम ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि हथौड़ी घटनास्थल पर ही छूट गई थी, जबकि चाकू को उसने मजदूरों को छोड़ने जाते समय पानी की टंकी के पास झाड़ी में फेंक दिया था।