आवक भरपूर, फिर भी थाली से दूर
आवक भरपूर, फिर भी थाली से दूर
गोरखपुर, 13 अप्रैल (हि.स.)। गर्मी के मौसम में मौसमी सब्जियों की बहार होती है। गांव देहात से लेकर शहर के कस्बों तक इसकी आवक भरपूर रहती है। फिर भी इस समय इतनी महंगी है कि आम जनता की थाली से दूर हो गई है।
हरी सब्जियों की बात करें तो लौकी, भिंडी, बोडा, परवल, कटहल, शिमला मिर्च, विंग, बैंगन, नैनुआ जैसी मौसमी सब्जियों की मंडी से लेकर गांव शहर देहात तक आवक भरपूर और बाजार में इनकी भरमार भी है। पर्याप्त मात्रा में पैदा होने के बावजूद यह आम जनता की थाली से दूर हैं। सभी हरी सब्जियों के दाम देखा जाए तो शादी-विवाह या अन्य शुभ अवसरों पर परवल सब्जी को लोग ज्यादा पसंद करते हैं। परवल 50 से लेकर 60 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रहा है। वही भिंडी, करेला, लौकी और बोड़ा की बात करें तो ज्यादातर घरों में इनकी खपत होती है। दाम की बात होती है तो बहुत से घरों की रसोई में यह आम जनता से दूर हो जाती है। मिश्रण सब्जी के रूप में इनका प्रयोग ज्यादातर लोग करते हैं।आज़ कल फुटकर भाव में यह हरी सब्जियां महंगी बिक रही हैं। आलू, प्याज, टमाटर के साथ बहुत सी हरी सब्जियां हैं जिसमें थोड़ी नरमी आई है।