ऐसी शिक्षा का कोई अर्थ नहीं, जो मूल्यविहीन हो : आशीष गुप्ता

ज्वाला देवी में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एवं छात्र सांसदों ने ली शपथ

ऐसी शिक्षा का कोई अर्थ नहीं, जो मूल्यविहीन हो : आशीष गुप्ता

प्रयागराज, 05 अक्टूबर। ज्वाला देवी इण्टर कॉलेज, सिविल लाइन्स के छात्र संसद के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन विद्यालय में हुआ। शपथ ग्रहण के उपरान्त मुख्य अतिथि आशीष गुप्ता ने कहा कि छात्र संसद भारतीय लोकतन्त्र का प्रथम सोपान है। इसलिए छात्रों में राजनैतिक मूल्य नागरिक कर्तव्य एवं मजबूत राज व्यवस्था के लिए छात्र संसद को कर्तव्यनिष्ठा एवं सेवा भाव से विद्यालय के लिए कार्य करना होगा।

इसके पूर्व मुख्य अतिथि आशीष गुप्ता ने पदाधिकारी, प्रबन्ध समिति ने प्रधानमंत्री भैया नितिन तिवारी एवं छात्र सांसदों को तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ सालिक राम त्रिपाठी प्रवक्ता, जीआईसी ने मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों को शपथ ग्रहण कराया।

श्री आशीष ने कहा कि विद्यालय केवल छात्रों के ज्ञान के विकास करने वाला संस्थान नहीं होता अपितु यह एक सर्वांगीण विकास करने वाला संस्थान होता है। हमें अपने मूल्यों को कभी नहीं भूलना चाहिये, ऐसी शिक्षा का कोई अर्थ नहीं होता जो मूल्यविहीन हो।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें डॉ सालिक राम त्रिपाठी ने छात्र संसद के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय छात्र संसद एवं देश की संसद में अनेक समानताएं हैं। यहां से सीखे संस्कार एवं अनुशासन द्वारा देश की संसद व्यवस्था मजबूत की जा सकेगी, तब राजनीति और राजनेता दोनों का सकारात्मक स्वरुप देश सेवा में दिखाई पड़ेगा।

इसके पूर्व विद्यालय के प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने अतिथियों का परिचय व सम्मान कराया। छात्र संसद के अध्यक्ष विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने बताया कि छात्र संसद का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया के आधार पर निष्पक्ष एवं गुप्त मतदान के आधार पर कुल 75 छात्र सांसदों का चयन किया गया। जिसमें से 35 सांसदों का चयन मंत्रिपरिषद के लिये किया गया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सुमन्त पाण्डेय प्रधानाचार्य, ज्वाला देवी सरस्वती शिशु मन्दिर सिविल लाइंस भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्र अतुल्य और शशांक शेखर त्रिपाठी ने तथा छात्र संसद के उपाध्यक्ष सन्तोष पाण्डेय ने सभी का आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर शत्रुघ्न सिंह, अरिमर्दन सिंह, विद्यालय के भैया एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।