बच्चों में अध्ययन, मनन, चिंतन की क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता : जगमाेहन सिंह राजपूत

बच्चों में अध्ययन, मनन, चिंतन की क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता : जगमाेहन सिंह राजपूत

बच्चों में अध्ययन, मनन, चिंतन की क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता : जगमाेहन सिंह राजपूत

-पंडित मदन मोहन मालवीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण : रामबहादुर राय-मेवाड़ में 19वां साहित्यकार एवं पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित-सुविख्यात साहित्यकार चित्रा मुद्गल समेत छह पत्रकार सम्मानित

गाजियाबाद, 27 दिसंबर (हि.स.)। एनसीईआरटी के पूर्व निदेशक एवं शिक्षा शास्त्री जगमोहन सिंह राजपूत ने कहा कि हमें जिन्दगी भर सीखते रहना चाहिए। सीखते रहने से हमारी संवेदनाएं बढ़ती हैं। संवेदनाएं बढ़ने से हमारी व्यग्रता कम होती है और उग्रता समाप्त होती है। उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य मात्र ज्ञान ही अर्जित करता रहे तो वह स्वयं को नष्ट कर लेता है। जबकि मनुष्य को मेधा, बुद्धि और विश्लेषण की क्षमताओं को स्वयं में विकसित करना चाहिए।

पंडित मदन माेहन मालवीय की जयंती के अवसर पर वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित उन्नीसवें साहित्यकार एवं सम्मान समारोह में सुविख्यात साहित्यकार चित्रा मुद्गल समेत छह पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगमोहन सिंह राजपूत ने कहा कि आज बच्चों को मनुष्य बनाइये। उनमें अध्ययन, मनन, चिंतन और इनके उपयोग की क्षमताओं का विकास करने की आवश्यकता है। चित्रा मुद्गल की ओर से उनकी पुत्रवधू शैली मुद्गल ने चित्रा जी के लिखे विचारों को प्रस्तुत किया। चित्रा जी के अनुसार मेवाड़ संस्थान मालवीय जी के जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रदान कर रहा है। यह उल्लेखनीय प्रयास है। मालवीय जी स्वाधीनता संग्राम के इतिहास पुरुष थे। साहित्य, शिक्षा, समाजसेवा और देश के प्रति उनका अवदान बहुमूल्य है।

वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष पद्मश्री राम बहादुर राय ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मालवीय जी व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व थे। वह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण हैं।

मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मालवीय जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी, पत्रकार, वकील, गायक, कथावाचक, देशभक्त व युगदृष्टा थे। देश में प्रोफेशनल्स तैयार हो सकें, इसके लिए उन्हांने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी बनाई। इससे पूर्व अतिथियों ने मां शारदा, भारत माता और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पार्पित कर दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। बीएड की छात्राओं नंदिनी, दिव्या और मुस्कान ने क्रमशः सरस्वती वंदना, कविताएं और मालवीय जी पर सम्भाषण प्रस्तुत किया। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशका डॉ. अलका अग्रवाल ने मालवीय जी के प्रति अपने विचार प्रकट करने के साथ ही सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। संचालन अमित पाराशर ने किया।

सम्मान समारोह में चित्रा मुद्गल को साहित्य भूषण सम्मान, वरिष्ठ पत्रकार अमलेश राजू को पत्रकार प्रतिष्ठा सम्मान से सम्मानित किया गया। जबकि पत्रकार लोकेश राय, कुलदीप काम्बोज, तोषिक कर्दम और प्रभात पांडेय को पत्रकार गौरव सम्मान से नवाजा गया। सभी को शॉल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं नकद राशि प्रदान की गई।