बार-बार चुनाव से विकास का पहिया रूक जाता है : अमरनाथ यादव

बार-बार चुनाव से विकास का पहिया रूक जाता है : अमरनाथ यादव

बार-बार चुनाव से विकास का पहिया रूक जाता है : अमरनाथ यादव

--वन नेशन वन इलेक्शन देश के विकास का कीर्तिमान स्थापित करेगा : राजेश शुक्ल --यमुनापार के करछना में एक राष्ट्र एक चुनाव प्रबुद्ध सम्मेलनप्रयागराज, 26 अप्रैल (हि.स.)। एक राष्ट्र-एक चुनाव के तहत प्रबुद्ध समागम का आयोजन शनिवार को ब्लाक सभागार करछना में जिलाध्यक्ष यमुनापार राजेश शुक्ल की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य अतिथि भाजपा काशी क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमरनाथ यादव ने कहा कि बार-बार चुनाव से आम जनता, कर्मचारी, अधिकारी परेशान होते हैं। विकास का पहिया रूक जाता है। बार-बार चुनाव में जो आम जन पैसे विकास के लिए होते है वह खर्च होते हैं और मतदाता मतदान में रूचि नहीं रखते।

मुख्य अतिथि ने प्रबुद्ध वर्ग को सम्बोधित करते हुए कहा कि इससे निजात पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को सशक्त समृद्धशाली राष्ट्रनिर्माण के वाहक हैं। आप सभी अधिवक्ता, डॉक्टर, किसान, व्यापारी, किसान आम जनमानस गांव-गांव जाकर अपने-अपने संगठनों, अपने साथियों को जागरूक करते हुए बताना होगा कि जब एक राष्ट्र है तो चुनाव अलग-अलग क्यों? एक देश-एक चुनाव प्रस्तावित है, इसका समर्थन देश को गति देगा। अमरनाथ यादव ने कहा कांग्रेस और पीडीए वाले आम जनमानस में भ्रम फैलाने का षड्यंत्र करते हैं। हम सभी को जनता के बीच जाकर इनके षड्यंत्र को बताना होगा कि 1967 तक सभी चुनाव एक साथ होते थे। उसका अनुसरण करते हुए जनहित और विकसित राष्ट्र निर्माण हेतु बार-बार चुनाव व राजनीति से देश का विकास रूक जाता है। इसलिए एक राष्ट्र एक चुनाव देश के लिए लोगों को जागरूक कर समर्थन प्राप्त करना होगा।

जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा वन नेशन वन इलेक्शन देश के विकास का इबारत लिखेगा। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया की प्रबुद्ध समागम में पूरे यमुनापार से अधिवक्ता, डॉक्टर, पत्रकार, धर्माचार्य, व्यापारी, किसान आदि भारी संख्या में उपस्थित रहे। संचालन जिला उपाध्यक्ष राजेश्वरी तिवारी एवं आभार ज्ञापन ब्लाक प्रमुख करछना कमलेश द्विवेदी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर विनोद प्रजापति, मुकेश कोल, विपिन केसरी, अश्वनी सिंह, अजय सिंह, राजमणि पासवान, डॉ. देवी सिंह, योगेश शुक्ला, सुधाकर पांडेय, सविता मिश्रा, सुभाष सिंह आदि भारी संख्या में उपस्थित रहे।