महाकुम्भ में 27 जनवरी को किया जाएगा धर्म ध्वजा रोहण
महाकुम्भ में 27 जनवरी को किया जाएगा धर्म ध्वजा रोहण
महाकुम्भ नगर, 18 जनवरी (हि.स.)। महाकुम्भ क्षेत्र में 27 जनवरी को गुरु वंदना मंच के राजराजेश्वर महाराज के नेतृत्व में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराने के बाद 27 जनवरी की सुबह साढ़े नौ बजे धर्म ध्वजा कुम्भ क्षेत्र में फहराया जाएगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न मत, पंथ एवं सम्प्रदाय को मानने वाले लगभग एक हजार से अधिक संत शामिल होंगे। यह जानकारी शनिवार को राष्ट्रीय संयोजक गुरु वंदना मंच सनातन धर्म भूषण राजराजेश्वर गुरुजी एवं गुरु वंदना मंच के संस्थापक डी.जी.वणजारा ने दी।
उन्होंने कहा कि भारत देश की सबसे पवित्र भूमि महाकुम्भ की नगरी प्रयागराज में सनातन धर्म, पंथ संप्रदाय, जाति के विचार से ऊपर उठकर सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए एक साथ आए और धर्म ध्वज फहराकर धर्म की स्वतंत्रता मनाएं।
इस मौके पर गुजरात प्रदेश के पूर्व पुलिस निदेशक बनजारा ने कहा कि धर्म का तात्पर्य है कि अपने कर्तव्य का निर्वहन करना है। जो भी आप को जिम्मेदारी मिलती है उसका इमानदारी से निर्वहन करें वहीं धर्म है। यदि आप परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहें है उसे ईमानदारी के साथ निभांए। यदि आप नौकरी में है तो उसे ईमानदारी से निंभाए। कभी कभी ऐसा भी होता है कि कर्तव्य निभाने में कष्ट भी सहना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि सनातन परंपरा में धर्मो रक्षति रक्षित: कहा जाता है न कि संप्रदायों रक्षति रक्षति: संप्रदाय नुकसान नहीं करते, संप्रदायवाद नुकसान करता है। इसी प्रकार जाति से बड़ा समाज है। यह बात तब ही संभव है कि जब भारतीय मूल के सनातन धर्म के सारे मत, पंथ और संप्रदायों के साधु—संतों सन्यासियों तथा बौद्ध, जैन,एवं सिख खालसा पंथ के भंते जी, मुनि, ज्ञानी व ग्रंथि श्री एक मंच पर आकर बृहद हिंदू समाज के लिए एक धर्म—सत्ता की स्थापना करें ऐसा करके वृहद हिंदू समाज की स्थानिक, राज्य, राष्ट्र एवं विश्व स्तरीय धार्मिक समस्याओं का निराकरण करें और समाज के लिए सुरक्षा और समन्वय का वातावरण खड़ा करें।