पुतिन ने की बाइडन से फोन पर बात, अमेरिका को अब भी यूक्रेन पर रूस के हमले का अंदेशा
अमेरिका और इंग्लैण्ड ने अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने को कहा, रूसी राष्ट्रपति ने फ्रांस के राष्ट्रपति से भी की बात
वांशिगटन/मॉस्को 13 फरवरी, यूक्रेन संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया और दोनों के बीच शनिवार देर रात करीब 62 मिनट की बातचीत हुई है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने यूक्रेन संकट पर चर्चा की है। व्हाइट हाउस से जारी बयान के अनुसार आशंका है कि रूस जल्द ही यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिका ने कहा कि अगर यूक्रेन पर रूस का हमला हुआ तो अमेरिका उसका दृढ़ता से जवाब देगा। हालांकि रूस अभी तक हमले की किसी भी आशंका से इनकार कर रहा है।
इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से भी बात की। पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेताते हुए कहा कि रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के दावे सिर्फ भड़काने वाला अनुमान है। हालांकि, मैक्रॉन ने भी पुतिन को स्पष्ट लहजे में कहा है कि अगर रूसी सेना का यूक्रेन की सीमा पर जुटना जारी रहा तो गंभीरता से समझौते के मौके कम होते जाएंगे।
उधर बाइडन-पुतिन की बातचीत के बारे में कहा जा रहा है कि बाइडन ने पुतिन से कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का अंजाम 'व्यापक मानवीय पीड़ा' होगी। बाइडन ने पुतिन को बताया कि अमेरिका यूक्रेन पर कूटनीति जारी रखेगा लेकिन 'अन्य परिदृश्यों के लिए भी समान रूप से तैयार है'। बाइडन ने पुतिन से यूक्रेन सीमा के पास जुटे रूसी सैनिकों को वापस बुलाने को भी कहा है। उधर रूस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका यूक्रेन के मसले पर ‘‘चरम हिस्टीरिया’’ का शिकार हो गया है। साथ ही उसने कहा कि इसके बावजूद दोनों देशों के राष्ट्रपति आगे भी बातचीत के लिए सहमत हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि बाइडेन ने रूस को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी '' दृढ़ता से जवाब देंगे और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।''
इससे पहले व्हाइट हाउस ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के हवाले से कहा कि रूस यूक्रेन पर जल्द ही हमला कर सकता है। इसे देखते हुए अमेरिका के विदेश विभाग ने शनिवार को यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित दूतावास से अधिकतर अमेरिकी कर्मचारियों को वहां से हटने का आदेश दिया गया है। परामर्श में कहा गया है कि यूक्रेन में अमेरिकी लोगों को भी देश छोड़ देना चाहिए।
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शांति प्रदर्शित करने की कोशिश की। उन्होंने क्रीमिया के पास शनिवार को सैन्य अभ्यास देखा। रूस ने 2014 में क्रीमिया को अपना हिस्सा बना लिया था। जेलेंस्की ने कहा, ''हम डरते नहीं हैं, हम घबराए हुए नहीं हैं। सब चीज नियंत्रण में है।’’
ब्रिटेन ने भी शनिवार को अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने को कहा। उधर संकट को और अधिक बढ़ाते हुए अमेरिकी रक्षा विभाग ने 3000 अतिरिक्त अमेरिकी सैनिक पोलैंड भेजने का आदेश दिया है।
अमेरिकी पनडुब्बी को रूस ने खदेड़ा
इस बीच मॉस्को ने दावा किया है कि उसने प्रशांत महासागर में गश्त कर रही एक अमेरिकी सबमरीन (पनडुब्बी) का पीछा कर उसे खदेड़ दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस मामले में रूस ने अमेरिकी रक्षा अधिकारी को भी तलब किया और अपने समुद्री दायरे में अमेरिकी सबमरीन के घुसने की शिकायत की।