प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दी छठ पूजा की शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दी छठ पूजा की शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दी छठ पूजा की शुभकामनाएं

नई दिल्ली, 10 नवम्बर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सूर्य उपासना एवं लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी के उत्तम स्वास्थ्य और सुख-सौभाग्या की कामना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “सूर्योपासना के महापर्व छठ की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। छठी मइया हर किसी को उत्तम स्वास्थ्य और सुख-सौभाग्य प्रदान करें।”



प्रधानमंत्री ने साथ ही छठ को लेकर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के पुराने भाषण को साझा किया। इसमें उन्होंने कहा, “दीपावली के छह दिन बाद मनाये जाने वाला महापर्व छठ हमारे देश में सबसे अधिक निमय निष्ठा के साथ मनाये जाने वाले त्योहारों में से एक है। इसमें खानपान से लेकर वेशवूषा तक कर बात में पारंपरिक नियमों का पालन किया जाता है। छठ पूजा का अनुपम पर्व प्रकृति और प्रकृति की उपासना से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। सूर्य और जल महापर्व छठ के उपासना के केंद्र में है। बांस और मिट्टी से बने बर्तन और कंदमूल इनके पूजन विधि से जुड़े अभिन्न सामग्रियां है। आस्था के इस महापर्व में उगते सूर्य की उपासना और डूबते सूर्य की पूजा का संदेश अद्वितीय संस्कार से परिपूर्ण है। दुनिया तो उगने वालों को पूजने में लगी रहती है लेकिन छठ पूजा हमें उनकी आराधना करने का भी संस्कार देती है जिनका डूबना भी पराया निश्चित है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे जीवन में स्वच्छता के महत्व की अभिव्यक्ति भी इस त्योहार में समाई हुई है। छठ से पहले पूरे घर की सफाई साथ ही नदी तालाब पोखर के किनारे पूजा स्थल यानी घाटों की भी सफाई पुरजोश सब लोग जुड़ कर करते हैं।”
उन्होंने कहा, “सूर्य वंदना या छठ पूजा पर्यावरण संरक्षण रोग निवारण वह अनुशासन का पर्व है सामान्य रूप से लोग कुछ मांग कर लेने को हीन भाव समझते हैं लेकिन छठ पूजा में सुबह के अर्घ्य के बाद प्रसाद मांग कर खाने की एक विशेष परंपरा रही है। प्रसाद मांगने की इस परंपरा के पीछे यह मान्यता भी बताई जाती है कि इससे अहंकार नष्ट होता है। एक ऐसी भावना जो व्यक्ति की प्रगति की भावना में बाधक बन जाती है। भारत की इस महान परंपरा के प्रति हर किसी को गर्व होना स्वाभाविक है।”