बीएचयू की अंतरात्मा में महामना मदन मोहन मालवीय : इंद्रेश कुमार
जिन्हें जिन्ना महापुरूष लगते हैं वे देश छोड़ दें, बोझ न बने
वाराणसी, 10 नवम्बर । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के जिन्ना प्रेम के बाद प्रदेश भर में छिड़े बहस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिन्हें भारत की राजनीति में जिन्ना महापुरूष लगते हैं, उनसे आग्रह है कि वे देश छोड़ दें। भारत पर उन्हें बोझ बनकर नहीं जीना चाहिए।
इंद्रेश कुमार बुधवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग में आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी 'स्वतंत्रता आंदोलन में काशी की भूमिका' का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से मुखातिब थे। संस्कृति संसद के पूर्व आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी में उन्होंने कहा कि पूरे देश को दल, जाति, मजहब, प्रांत से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। इंद्रेश कुमार ने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने जिन्ना की मजार पर चादर क्यों चढ़ाया, तो मैं यह कहना चाहता हूं कि यह एक राजनीतिक चुटकुला है। दूसरों को गलत सिद्ध करते हुए इस तरह की अनाप-शनाप बातें नहीं बोलना चाहिए। बीएचयू के उर्दू विभाग के आमंत्रण और पोस्टर में महामना की जगह शायर अल्लामा इकबाल मसूदी की तस्वीर लगाने के विवाद में उन्होंने कहा कि बीएचयू की अंतरात्मा में महामना मालवीय हैं। उनकी जगह कोई नहीं ले सकता। जब सारे जहां से अच्छा गाने वाले इकबाल भटक कर पाकिस्तान चले गए थे। तब उन्हें इस गीत का मर्म समझ नहीं आया था।
देश में लगातार बढ़ रही महंगाई पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार ने इस दिशा में शुरुआत करते हुए पेट्रोल, डीजल के दाम कम कर दिए हैं। सबको एकजुट होकर महंगाई रूपी राक्षस को हराने के लिए कार्य करना चाहिए। चित्रकला प्रदर्शनी की जमकर सराहना के बाद उन्होंने कहा कि काशी के लोगों की कला, भक्ति, स्वतंत्रता संग्राम में कितना और कैसा योगदान रहा, आज उसे कलाकारों ने चित्रों के माध्यम से बताया है। चित्र प्रदर्शनी जन-जन को जागृत करने में भूमिका निभाएगी। इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद भी मौजूद रहे।