उप्र : हैलोराइड लिमिटेड कम्पनी का डॉयरेक्टर गिरफ्तार
उप्र : हैलोराइड लिमिटेड कम्पनी का डॉयरेक्टर गिरफ्तार
लखनऊ, 10 नवम्बर । हैलोराइड लिमिटेड समेत कई कम्पनियों के माध्यम से अरबों रुपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह का मास्टर माइंड को उप्र एसटीएफ ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। बदमाश पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा था।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि बलरामपुर जनपद के रेहरा बाजार निवासी आजम अली को चिनहट के कठौता झील के पास से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त हैलोराइड लिमिटेड, इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड व ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनियों का निदेशक है।
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त मो. आजम अली ने बताया कि अभय कुशवाहा और उसने मिलकर वर्ष 2013 मे इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड कम्पनी बनायी थी, जो रियल स्टेट मे काम करती थी। इस कम्पनी में सस्ते प्लॉट देने के नाम पर किस्त के रूप में रुपया जमा किया जाता था। इस कम्पनी के डॉयरेक्टर अभय कुशवाहा, नीलम वर्मा, शकील अहमद और वह स्वयं थे।
इसके बाद उन लोगों ने वर्ष 2017 में ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनी बनायी। इस कम्पनी में वह उसका साथी अभय कुशवाहा, नीलम वर्मा, निखिल कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, रागिनी गुप्ता और शकील अहमद खान डायरेक्टर थे। यह कम्पनी कम समय मे धन दोगुना करने का लालच देकर लोगों से रुपया जमा कराती थी। इसके बाद उन लोगों ने वर्ष 2018 में हैलोराइड लिमिटेड नाम की कम्पनी बनायी, जिसमें निखिल कुशवाहा, अभय कुशवाहा, नीलम वर्मा, राजेश पाण्डेय, रागिनी गुप्ता और शकील अहमद डायरेक्टर थे, इसका कार्यालय साइबरहाइट्स विभूति खण्ड में आठवें तल पर था। यह कम्पनी बाइक टैक्सी चलाने के नाम पर ग्राहको 61 हजार रुपये जमा करने के बदले प्रति माह 9582 रुपये 12 माह तक (114984) देने का प्रलोभन देकर रुपया जमा कराती थी। कम्पनी में रुपये जमा करने के लिए सात टीमे बनायी गयी थी इन टीमों के लगभग 150 लोग काम करते थे, जिसमे प्रेसिडेंट अपनी टीमों के माध्यम से रुपया जमा करते थे, जिसका उनको लगभग 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। इन कम्पनियों मे जब लगभग 100 करोड़ रुपये जमा हो गया तो कम्पनी ने ग्राहकों को पेमेंट देना बंद कर दिया, जिस कारण किसी ग्राहक ने थाना विभूति खण्ड मे मुकदमा पंजीकृत करा दिया, जिससे अभय कुशवाहा को मार्च 2019 में विभूति खण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जेल में लगभग तीन महीने रहने के बाद अभय कुशवाहा की जमानत हो गयी।
इसके बाद वर्ष 2019 से अब तक कम्पनी व हम लोगों पर सैकड़ों मुकदमे पंजीकृत हो गये तब से वह फरार था। हमारी कम्पनी के ऑफिस लखनऊ, फतेहपुर, मुजफ्फरपुर बिहार, मोहाली पंजाब, पठान कोट पंजाब, जीरक पुर पंजाब नोएडा आदि जगह थे। अभय कुशवाहा व कम्पनी के अन्य डॉयरेक्टर इस समय पुलिस से बचने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों मे छिप कर रह रहे हैं।
इस गिरोह का जाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि राज्यों मे फैला हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्त की अन्य अपराधिक गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। बैंक का एकाउन्ट डिटेल प्राप्त करके कुल धोखाधड़ी के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गैंग द्वारा लगभग 100 करोड़ रुपये की ठगी की जा चुकी है।