महाकुम्भ दुनिया के मंचों पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की छाप छोड़ेगा : सीएम योगी
महाकुम्भ दुनिया के मंचों पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की छाप छोड़ेगा : सीएम योगी
-सीएम योगी ने महाकुम्भ की तैयारियों का लिया जायजा-सुरक्षा, स्वच्छता मित्रों व गंगा सेवादूतों के लिए 237.38 करोड़ के उपकरण व विकास परियोजनाओं का किया अनावरण-कहा, पूर्वजन्मों के पुण्यों का प्रताप है जो महाकुम्भ इस आयोजन से जुड़ने का सौभाग्य मिला-सीएम योगी बोले, महाकुम्भ के बाद स्वच्छताकर्मियों का सम्मान करने फिर आएंगे प्रयागराज
प्रयागराज, 27 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रयागराज दौरे पर महाकुम्भ की तैयारियों को गति देते हुए मेला क्षेत्र में सुरक्षा, स्वच्छता मित्रों व गंगा सेवादूतों के लिए 237.38 करोड़ के उपकरण व विकास परियोजनाओं का अनावरण किया। सीएम योगी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि प्रयागराज के दुनिया के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के साथ हम सबको जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
वेणीमाधव भगवान व मां गंगा ने हम सबको ये अवसर दिया है कि हम सभी मिलकर इस भव्य और दिव्य आयोजन में सहभागी बनकर देश और दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को प्रयागराज की महत्ता के बारे में बताएं। इस पौराणिक और दुनिया के सबसे बडे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम के माध्यम से प्रयागराज, उत्तर प्रदेश और भारत की इस समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की छाप दुनिया के मंचों पर देगा। इस आयोजन से जुड़ने का सौभाग्य हम सबको प्राप्त हुआ है तो यह जरूर पूर्वजन्मों के पुण्यों का ही प्रताप है। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक इस आयोजन के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के बाद आप सभी का अभिनंदन करने फिर यहां आएंगे।
2019 में स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का प्रतिबिम्ब बना था कुम्भ सीएम योगी ने कहा कि दिव्य, भव्य और डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना साकार करने के लिए प्रयागराज महाकुम्भ आयोजन की नींव स्वच्छताकर्मी, सफाईकर्मी, नाविक और इस पूरे अभियान से जुड़े जितने भी कार्मिक हैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। प्रयागराज का कुम्भ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में पूरे देश और दुनिया में प्रयागराज को एक वैश्विक छवि के रूप में स्थापित करने में सफल रहा है। कुम्भ के माध्यम से आने वाला हर व्यक्ति एक सुकून महसूस करके असीम आध्यात्मिक शांति की अनुभूति करता हो, यह दृश्य 2019 के प्रयागराज कुम्भ में देखने को मिला था।
पहले से भी वृहद और भव्य होगा महाकुम्भउन्होंने कहा कि प्रातः काल से ही प्रयागराज में अलग-अलग स्थानों पर जो कार्यक्रम होने जा रहे हैं उसकी तैयारी में सभी जुटे हुए हैं। 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच में जो 6 प्रमुख स्नान होने हैं, उनमें 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी को मकरसंक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान होंगे।
उन्होंने कहा कि इस बार कुम्भ का क्षेत्र बढ़ाया गया है। पहले 1800 हेक्टेयर का था, जो बढ़कर 2000 हुआ, फिर 2500 और कुम्भ में यह 3200 हेक्टेयर तक पहुंच गया। इस बार यह 4000 हेक्टेयर के विस्तृत भूभाग में आयोजित किया जाएगा। 25 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके अलावा 1850 हेक्टेयर की पार्किंग भी संगम तट से एक निश्चित स्थान पर की जा रही है। 14 फ्लाई ओवर और अंडरपास बनाए जा रहे हैं। 9 पक्के घाट बनाए जा रहे हैं, 7 रिवर फ्रंट रोड, 12 किमी. का अस्थायी घाट, 550 शटल बसें, 7000 रोडवेज बसें, 7 बस स्टैंड बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही यहां जितने भी नाले-सीवर थे, सभी को टैप करते हुए बायोरेमिडिसन के माध्यम से गंगा में कोई भी गंदगी नहीं गिरने देंगे, इस संकल्प के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही, यहां पर स्ट्रीट आर्ट और वॉल म्यूरल के भी कार्यक्रम 18 लाख वर्ग फीट पर चल रहा है। शहर के चार सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के उच्चीकरण का कार्य भी चल रहा है।
स्वच्छ कुम्भ के लिए हो रही व्यापक तैयारी सीएम योगी ने कहा कि गत कुम्भ में 1,14 लाख शौचालय बनाए गए थे तो वहीं इस बार के कुम्भ में 1.5 लाख से अधिक शौचालय बनाए जा रहे हैं और इनमें 10 हजार से अधिक स्वच्छताकर्मियों की तैनाती भी की जा रही है। मेला क्षेत्र में गत कुम्भ में 80 हजार टेन्टेज लगे थे, इस कुम्भ में इनकी संख्या बढ़कर के 1.60 लाख तक पहुंचाई जा रही है। पिछले कुम्भ में 300 किमी. के 22 पॉन्टून ब्रिज बनाए गए थे, इस कुम्भ में 400 किमी. के 30 पॉन्टून ब्रिज बनाए जा रहे हैं। गत कुम्भ में 40700 स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई थीं, इस कुम्भ में इनकी संख्या बढ़ाकर 67 हजार की गई है। इसके अतिरिक्त 2000 सोलर हाईब्रिड स्ट्रीट लाइट्स, 2 नए विद्युत सबस्टेशन की स्थापना, 66 नए ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए जा रहे हैं। गत कुम्भ में 1049 किमी. की पाइपलाइन और 10 नलकूप स्थापित किए गए थे तो इस कुम्भ में 1249 किमी. की पेयजल पाइपलाइन, 200 वाटर एटीएम और 85 नलकूप भी यहां स्थापित किए जा रहे हैं।
डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना हो रही साकार सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज सिटी का डिजिटल टूरिज्म मैप विकसित किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति आए उसको ये सारा कार्यक्रम वह अपने स्मार्टफोन से डिजिटली पता लगा सकेगा कि उसे कहां जाना है और कौन सा रास्ता उसे उसके गंतव्य तक ले जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में प्रयागराज आगमन है। वह यहां लगभग साढ़े 6 हजार करोड़ रुपए से महाकुम्भ की परियोजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना साकार करने के लिए जिस टीम को काम करना है उस टीम का आह्वान करने के लिए आज यहां आया हूं। इसका शुभारंभ आज यहां सफाईकर्मियों, स्वच्छताग्रहियों, नाविकों के सम्मान के साथ प्रारंभ हो रहा है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रयागराज के प्रभारी मंत्री और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, नगर विकास और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, महापौर गणेश केसरवानी, सांसद प्रवीण पटेल, पूर्व मंत्री एवं विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह, हर्षवर्धन बाजपेई, पीयूष रंजन निषाद, गुरुप्रसाद मौर्य, दीपक पटेल, केपी श्रीवास्तव, सुरेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात उपस्थित रहे।
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