माघ मेला : लाखों श्रद्धालुओं ने अन्नक्षेत्र में ग्रहण किया प्रसाद, हुआ समापन

माघ मेला : लाखों श्रद्धालुओं ने अन्नक्षेत्र में ग्रहण किया प्रसाद, हुआ समापन

माघ मेला : लाखों श्रद्धालुओं ने अन्नक्षेत्र में ग्रहण किया प्रसाद, हुआ समापन

प्रयागराज, 05 फरवरी । माघ मेला के पांचवें मुख्य स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर मेला क्षेत्र में एक माह से चल रहे दर्जन भर अन्न क्षेत्रों में लाखों श्रद्धालुओं ने रविवार को प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही एक माह से चल रहे सभी अन्न क्षेत्र अब बंद हो गए हैं।



मेला क्षेत्र में सबसे विशाल अन्नक्षेत्र ओम नमः शिवाय का चलता है। दर्जन भर प्रमुख स्थानों पर पौष पूर्णिमा से अन्नक्षेत्र चलना शुरू होता है जो माघी पूर्णिमा तक चलता रहता है। ओम नमः शिवाय के गुरूदेव का कहना है कि कोई भी श्रद्धालु या स्थानार्थी प्रयागराज आए और वह बिना खाना खाए यहां से न जाने पाए। उन्होंने बताया कि माघ मेला के दौरान सवा करोड़ लोगों को खाना खिलाया गया है।



जौनपुर के स्वामी बालक दास महाराज, हरियाणा चरखी दादरी आश्रम, नागेश्वर धाम, स्वामी शंकराश्रम महाराज दण्डी बाडा की ओर से विशाल अन्न क्षेत्र मेला में माह भर चलता रहता है। राधा आध्यात्मिक सत्संग मंडल की डॉ राधाचार्या की ओर से आज मेला क्षेत्र में विशाल अन्नक्षेत्र चलाया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने परिवार सहित प्रसाद ग्रहण किया। महामंडलेश्वर स्वामी रामतीर्थ दास महाराज के महावीर मार्ग पर एक माह से अनवरत रुद्राभिषेक, कथा, पूजन और हवन का कार्यक्रम चल रहा था जो आज पूर्ण हो गया। महाराज स्वामी रामतीर्थ दास ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने परिवार सहित प्रसाद ग्रहण किया है। उन्होंने बताया कि वह त्रिजटा स्नान के बाद आश्रम के लिए प्रस्थान करेंगे।

अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के संरक्षक जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी महेशाश्रम महराज त्रिजटा स्नान के बाद आश्रम अरैल के लिए प्रस्थान करेंगे। अखिल भारतीय दण्डी सन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज, परिषद के महामंत्री स्वामी शंकर आश्रम महराज सहित बड़ी संख्या में उनके शिष्य आज माघी पूर्णिमा स्नान के बाद अपने आश्रमों के लिए प्रस्थान किये। मठ मछली बंदर मठ के पीठाधीश्वर स्वामी विमल देव आश्रम महाराज के शिविर में भजन, पूजन, हवन और विशाल अन्नक्षेत्र सम्पन्न हो गया। उन्होंने कहा कि संत, महात्मा और कल्पवासी अपने घरों के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। वह त्रिजटा स्नान के बाद वाराणसी आश्रम के लिए प्रस्थान करेंगे।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज ने शिष्यों सहित आज सुबह संगम स्नान किया। उन्होंने कहा कि माघी पूर्णिमा व्रत करने से मनुष्य की समस्याएं दूर होती है और उसको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। स्वामी हरि चैतन्य ब्रह्मचारी महराज टीकरमाफी आश्रम के शिविर में सत चंडी यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में शिष्यों ने परिवार सहित शामिल होकर प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद लिया। आचार्य हर्ष ब्रह्मचारी महाराज ने बताया कि त्रिजटा स्नान के बाद आश्रम को रवाना होंगे।