अनशन स्थल पर मनाई गई सावित्रीबाई फुले व खुदीराम बोस की जयंती
अनशन स्थल पर मनाई गई सावित्रीबाई फुले व खुदीराम बोस की जयंती
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ बहाली समेत विभिन्न सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहे समाजवादी छात्रसभा के नेतृत्व में छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में पूर्णकालिक अनशन का 166वां दिन भी जारी रहा।
आज अनशन स्थल पर देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले व महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद खुदीराम बोस की जयंती मनाई गई।
अनशन स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेता हरेंद्र यादव ने कहा कि 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, अशिक्षा, छुआछूत, सतीप्रथा, बाल या विधवा-विवाह जैसी कुरीतियों पर आवाज उठाने वाली देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले जिन्होंने अपने पति दलित चिंतक समाज सुधारक ज्योति राव फुले से पढ़कर सामाजिक चेतना फैलाई। उन्होंने अंधविश्वास और रूढ़ियों की बेड़ियां तोड़ने के लिए लंबा संघर्ष किया।
छात्र नेता मोहम्मद मुबाशिर हारून ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में बलिदान इतना उद्वेलित करने वाला था कि उसने पूरे देश में स्वतंत्रता संग्राम का रूख बदलकर रख दिया। उन्हे 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई। उस समय उनकी उम्र महज 18 साल कुछ महीने थी। अंग्रेज सरकार उनकी निडरता और वीरता से इस कदर आतंकित थी कि उनकी कम उम्र के बावजूद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गयी। यह बालक हाथ में गीता लेकर खुशी-खुशी फांसी चढ़ गया।
इस मौके पर वरिष्ठ छात्र नेता जिया कोनैन रिजवी, राहुल पटेल, नवनीत यादव,आनंद सांसद, मसूद अंसारी, आकाश यादव, मो. सलमान, प्रकाश सिंह, चंदन चौधरी, शिवशंकर सरोज, मो. ओबादा, मो. जैद, सुजीत मल्ल, मयंक प्रसाद आदि लोग उपस्थित रहे।