'संकल्प दिवस' के रूप में मना राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापिका का अवतरण दिवस

'संकल्प दिवस' के रूप में मना राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापिका का अवतरण दिवस

'संकल्प दिवस' के रूप में मना राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापिका का अवतरण दिवस

प्रयागराज, 09 जुलाई । आषाढ़ शुक्ल दशमी को राष्ट्र सेविका समिति द्वारा समिति की आद्य संचालिका एवं संस्थापिका लक्ष्मीबाई केलकर (मौसीजी) के अवतरण दिवस को 'संकल्प दिवस' के रूप में देश भर में मनाया गया।

सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी इण्टर कॉलेज में शनिवार को प्रयागराज के उत्तर, दक्षिण एवं नैनी भाग की बहनों द्वारा आद्य संचालिका प्रणाम के साथ संकल्प दिवस का कार्यक्रम मनाया गया।

राष्ट्र सेविका समिति काशी प्रांत की प्रचार विभाग प्रमुख ऋचा नारायण ने बताया कि लक्ष्मीबाई केलकर द्वारा 1936 में स्थापित संगठन आज विश्व का सबसे बड़ा महिला संगठन है। इसकी स्थापना इस उद्देश्य से की गई थी कि राष्ट्र कार्य में महिलाओं की भागीदारी हो। महिलाओं को राष्ट्र की आधार शक्ति बताते हुए लक्ष्मीबाई केलकर ने महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाते हुए सामाजिक कार्यों में जोड़ने के लिए इस संगठन की स्थापना की।

उन्होंने बताया कि समिति जनजागरण के कार्यक्रम भी करवाती है। बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए युद्ध, योग, व्यायाम, दंड चलाना, खड्ग चलाना आदि प्रशिक्षण भी समिति समय-समय पर देती है। प्रशिक्षित बहनों के माध्यम से स्थानीय बहनों को प्रशिक्षण दिए जाते हैं। पूरे प्रयागराज में 173 सेविका बहनों ने एक व्यक्तिगत एवं एक संगठनात्मक संकल्प लिया।

कार्यक्रम में प्रयागराज दक्षिण भाग की भाग संचालिका उमा, भाग कार्यवाहिका प्रिया तिवारी, भावना, हिमकन्या, उत्तरभाग कार्यवाही का पूनम, साधना, देवयानी नैनी भाग की पल्लवी, प्रतिभा, आशा, नीरज, संघमित्रा ने अपने-अपने स्थानों पर उपस्थिति दर्ज कराई। अंत में समिति की बहनों द्वारा ध्वज वंदन के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।