रूस के साथ बैठक में यूक्रेन ने देश छोड़ने को कहा, संयुक्त राष्ट्र ने मांगा युद्धविराम

बेलारूस में साढ़े तीन घंटे चली रूस-यूक्रेन प्रतिनिधियों के बीच बैठक

रूस के साथ बैठक में यूक्रेन ने देश छोड़ने को कहा, संयुक्त राष्ट्र ने मांगा युद्धविराम

कीव, 28 फ़रवरी । यूक्रेन पर रूस के हमले के पांचवें दिन बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच साढ़े तीन घंटे तक बैठक हुई। बैठक में यूक्रेन ने रूसी सैन्य बलों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने को कहा। उधर, संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक में तत्काल युद्ध विराम की मांग की गयी।

दोनों ओर सैकड़ों जान ले चुका युद्ध सोमवार को वार्ता की मेज तक पहुंचा। पड़ोसी देश बेलारूस में हुई यह बैठक साढ़े तीन घंटे तक चली। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल में रक्षा मंत्री अलेक्सी रेजनिकोव, सत्ताधारी सर्वेंट ऑफ द पीपल गुट के प्रमुख डेविड अरखामिया और उप विदेश मंत्री निकोले टोचिट्स्की बैठक में शामिल हुए। वहीं रूस के प्रतिनिधिमंडल में मिन्स्क में मॉस्को के राजदूत, रूस के उप रक्षा मंत्री, एक वरिष्ठ सांसद और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की शामिल रहे।

करीब साढ़े तीन घंटे तक चली इस बैठक में यूक्रेन ने तुरंत युद्धविराम की मांग की। साथ ही कहा कि रूस तुरंत सभी सैन्य बलों को यूक्रेन छोड़ने को कहे, जिसमें क्रीमिया और डोनबास भी शामिल हैं। वहीं बेलारूस की तरफ से इस बैठक के बाद कहा गया कि राष्ट्रपति लुकाशेंको सिंसरेली को उम्मीद है कि आज हुई बातचीत से इस नाजुक मामले को लेकर कोई हल निकल पाएगा। बेलारूस के सभी लोग इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हालांकि बैठक में रूस का क्या रुख रहा, ये अब तक साफ नहीं हो पाया है लेकिन सभी उम्मीद जता रहे हैं कि इस बैठक का असर यूक्रेन में चल रही जंग पर जरूर दिखेगा।

संयुक्त राष्ट्र संघ भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने की कोशिशों में लगा है। इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपात सत्र बुलाया गया। इसमें संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सभी पक्षों से तत्काल युद्ध विराम लागू करने, संयम बरतने और तत्काल वार्ता शुरू करने की मांग की।

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने का मतलब आम नागरिकों की जान लेना है। अब बहुत हो चुका है। सैनिकों को अपनी बैरकों में वापस लौटने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है लेकिन यह समाधान नहीं है। समस्या का समाधान केवल शांति के जरिए संभव है।

यूक्रेन का दावा- रूस के 5300 सैनिक मारे

यूक्रेन का दावा है कि उसकी सेना ने रूस के 5300 सैनिक मार डाले हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वेलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों से कहा कि पहले ही पांच हजार से अधिक रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं, अब आप लोग यहां क्यों आए हो। हथियार डाल दो और अपने कमांडरों और अफवाह फैलाने वालों पर विश्वास मत करो, बस अपनी जान बचाओ और देश छोड़कर चले जाओ। उन्होंने यूक्रेन की जेलों में बंद उन कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है, जिनके पास सैन्य अनुभव है। वे लोग यदि रूस के खिलाफ जंग लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें इसका मौका दिया जाएगा।

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने 28 फरवरी तक के आंकड़े जारी कर पांच दिनों में रूस के 5300 सैनिकों के मारे जाने की बात कही है। दावा किया गया है कि यूक्रेन की सेना ने रूस के 29 युद्धक विमान और 29 हेलीकॉप्टर भी मार गिराए हैं। 5 एंटी एयरक्राफ्ट वाहन और 191 टैंक तबाह करने का दावा भी किया गया है। रूसी सेना की 291 कारें, ईंधन के 60 टैंकर, तीन ड्रोन और 816 व्यक्तिगत सैन्य वाहन उड़ाने का दावा भी यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने किया है।

यूक्रेन को कई देशों से मिलेंगे घातक हथियार

यूक्रेन को अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, एस्तोनिया, स्वीडन और फिनलैंड से घातक हथियार मिलेंगे। अमेरिका और जर्मनी हेलीकॉप्टर और मार गिराने वाले स्टिंगर मिसाइल की आपूर्ति करेंगे। अमेरिका ने यूक्रेन को स्टिंगर मिसाइल की सीधी आपूर्ति करने को मंजूरी दे दी है। व्हाइट हाउस से यह मंजूरी स्वीकृत पैकेज के हिस्से में पहली बार दी गयी है। अब यूक्रेन तक यह अमेरिकी हथियार पहुंचाने की व्यवस्था पर काम हो रहा है। जर्मनी पहले ही यूक्रेन को 500 स्टिंगर मिसाइलों रहित अन्य अत्याधुनिक हथियारों की आपूर्ति की घोषणा कर चुका है। उच्च गति वाले ये स्टिंगर बहुत सटीक होते हैं और हेलीकॉप्टर को गिराने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। एस्तोनिया भी यूक्रेन को स्टिंगर मुहैया करा रहा है। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भी सोमवार को घोषणा की कि वह रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की मदद करने के लिए घातक सैन्य हथियार मुहैया कराएगा।

स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डालेना एंडरसन और रक्षा मंत्री पीटर हल्टक्विस्ट ने बताया कि यूक्रेन की सेना की मदद के लिए 5,000 टैंक रोधी हथियार, 5,000 हेलमेट और 5,000 रक्षा कवच भेजे जाएंगे। फिनलैंड ने भी दो आपातकालीन चिकित्सा देखभाल केंद्रों के लिए उपकरण, 2,000 हेलमेट, 2,000 बुलेटप्रूफ जैकेट और 100 स्ट्रेचर भेजने का ऐलान किया है।

यूक्रेन में 14 बच्चों सहित 352 आम नागरिकों की मौत

रूसी सेना ने बीती पूरी रात यूक्रेन पर मिसाइलों से हमला किया। राजधानी कीव और प्रमुख शहर खार्किव में धमाकों की दहशत से यूक्रेनी नागरिक बंकरों में कैद होने को विवश हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरिस्टोविच ने बताया कि पूरी रात रूस की सेना ने यूक्रेन पर मिसाइलों से हमले किये हैं। उन्होंने बताया कि कीव, जाइटोमिर, जापोरिझिया और चेर्निहिव में हवाई हमले हुए। कई अन्य इलाकों से भी हवाई हमलों के सायरन बजने की सूचनाएं आ रही हैं।

यूक्रेन की स्टेट सर्विस ऑफ स्पेशल कम्युनिकेशंस एंड इंफॉर्मेशन प्रोटेक्शन ने बताया कि सोमवार सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव और प्रमुख शहर खार्किव में धमाकों की आवाज सुनी गई। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के पहले चार दिनों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है। इस लड़ाई में 14 बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार रविवार रात 11 बजे तक 1,684 लोग इस लड़ाई के दौरान जख्मी हो चुके थे। जख्मी होने वालों में बच्चों की संख्या 116 है।