गवर्नमेंट प्रेस का विभिन्न विभागों पर 519 करोड़ बकाया, मंत्री ने दिए वसूली के निर्देश

मंत्री नन्दी के निर्देश, डिमांड आर्डर भेज कर की जाए बकाये की वसूली

गवर्नमेंट प्रेस का विभिन्न विभागों पर 519 करोड़ बकाया, मंत्री ने दिए वसूली के निर्देश

लखनऊ, 22 जून । उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने बुधवार को लखनऊ स्थित पिकअप भवन में मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग गवर्नमेंट प्रेस के विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मंत्री नन्दी ने पेपर टेस्टिंग लैब को अपग्रेड करने, गवर्नमेंट प्रेस प्रयागराज में सीसीटीवी लगाने में लापरवाही बरतने वाले पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने एवं माध्यमिक शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा परिषद आदि विभिन्न विभागों पर बकाया 519 करोड़ रूपए की वसूली तेज करने के निर्देश दिए।


मंत्री नन्दी ने गवर्नमेंट प्रेस में कार्यरत कर्मचारियों की समय से उपस्थिति निर्धारित करने के लिए बायोमैट्रिक व्यवस्था लागू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दो महीने के अंदर इस कार्य को पूरा कर लिया जाए। अधिकारियों ने बताया कि गवर्नमेंट प्रेस के कागजों की तौल बाहर कराई जाती है, जिस पर मंत्री ने अपना धर्मकांटा लगाए जाने के निर्देश दिए। प्रयागराज व लखनऊ ऐशबाग में पेपर डिस्पोजल अधिक होने पर मंत्री नन्दी ने पिछले तीन वर्षों का प्रपत्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।


बैठक के दौरान मंत्री नन्दी ने पेपर टेस्टिंग लैब के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में स्थित उच्च श्रेणी के लैब को और अपग्रेड किया जाए। लैब में पेपर टेस्ट का एडवांस इक्यूपमेंट अपने पास होना चाहिए। कहा कि एनएबीएल के मानक को मेंटेन किया जाए।

प्रयागराज में स्थित गवर्नमेंट प्रेस के मैदान का प्रतिदिन किराया 150 रूपए से बढ़ा कर 500 रूपए किए जाने का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने किराया राशि 500 रूपए की जगह 1500 रूपए करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बुकिंग व्यवस्था 28 दिन के बजाय तात्कालिक करें तथा आनलाइन व्यवस्था को लागू किया जाए।

मंत्री नन्दी ने कहा कि गवर्नमेंट प्रेस प्रयागराज में पिछले वित्तीय वर्ष से अब तक पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार द्वारा सीसीटीवी लगाने का कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। काम में लापरवाही बरतने पर पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार को नोटिस देकर एफआईआर दर्ज कराया जाए।


मशीनों के मेंटीनेंस के बारे में मंत्री को बताया गया कि पांच वर्ष तक मरम्मत आपूर्तिकर्ता कराता है। इसके बाद एमसी कराते हैं, अन्यथा मरम्मत मार्केट से कराते हैं। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि राकेश अवस्थी द्वारा डिजिटल प्रिंटिंग मशीन लगाई गई है। ये पहली मशीन है जो 73 लाख रूपए में इलेक्शन से ठीक पहले खरीदी गई थी। इस पर मंत्री नन्दी ने कहा कि जेम पोर्टल से ऑनलाइन टेंडर की व्यवस्था होने के बाद भी एक ही फर्म पिछले सात वर्षों से कैसे काम कर रहा है।


अभी मशीनों का क्रय एक स्तर नीचे का ले रहे हैं। एसीएस अरविंद कुमार ने कहा कि सप्लाई के साथ ऑपरेशन भी वही करें। उसे टेंडर में डाल दें। हम केवल उसे स्थान दें और सुपरवाईज करें। कहा कि प्रगति मैदान मेले में यहां का स्टॉफ भेजा करें।

अधिकारियों द्वारा बताया गया कि गैर विभागों के लिए जो कार्य कर रहे हैं। उसका भुगतान विभागों से लेते हैं। माध्यमिक षिक्षा परिषद पर 220 करोड़ रूपए बकाया है। इलेक्शन कमिशन, प्राथमिक शिक्षा परिषद आदि 10 विभागों पर 299 करोड़ रूपए बकाया है। इस पर मंत्री नन्दी ने एसीएस अरविंद कुमार को बकाया वाले विभागों को डिमांड आर्डर भेजने के निर्देश दिए। मशीन खरीदने के लिए उन्होंने एक कमेटी गठित करने का निर्देश देते हुए कहा कि जो मशीनें लें, वे एकदम अत्याधुनिक हों।

समीक्षा बैठक में एसीएस औद्योगिक विकास अरविंद कुमार के अलावा सचिव सुजाता शर्मा, विषेष सचिव अनिल कुमार पाठक समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।