ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक जमीन पर उतारे जायेंगे सपा के अनुभवी नेता
ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक जमीन पर उतारे जायेंगे सपा के अनुभवी नेता
लखनऊ, 01 अगस्त । सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक जमीन पर समाजवादी पार्टी सपा अपने अनुभवी नेताओं को उतारने की तैयारी कर ली है। लोकसभा चुनाव में सपा अपने पुराने नेताओं को उन सभी जिलों में समीकरण बनाने उतारेगी, जहां पर भी ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक पकड़ है।
राजभर समाज में एक बड़े नेता के रुप ओमप्रकाश राजभर की पहचान है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को ओमप्रकाश ने 14 जनपदों में राजनीतिक पहचान दिलायी। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का साथ छोड़कर पाला बदल कर सपा के साथ गये ओमप्रकाश की वापसी हो गयी है। जब तक ओमप्रकाश राजभर सपा के साथ में थे, तो उनके हाथ में 14 जनपदों की लोकसभा सीटों पर सपा गठबंधन के प्रत्याशियों को जीताने का फार्मूला था।
ओमप्रकाश राजभर के पाला बदलने के बाद सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके विश्वसनीय नेताओं के बीच राजभर की पकड़ वाली सीटों पर अपनी पकड़ बनाने के लिए व्यूह रचना कर रहे हैं। इसमें सपा के मुख्य धारा से जुड़े नेताओं को समूह में उन सीटों पर भेजा जायेगा, जहां सीधे तौर पर राजभर समाज की एकजुटता है।
- सत्ता में हिस्सेदारी चाहता है राजभर समाज
सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बयान में कहा था कि राजभर समाज सत्ता में हिस्सेदारी चाहता है। सत्ता में रहने पर ही समाज का भला होगा। समाज का हर व्यक्ति सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकेगा। ओमप्रकाश राजभर अपने इस बयान को अक्सर ही राजभर समाज की सभाओं में कहते रहे है। इन दिनों भी उनके पुराने वाक्य सभाओं में सुनायी दे रहे है।
- मऊ में कुछ नेताओं ने ओमप्रकाश पर साधा निशाना
भाजपा के साथ गठबंधन में ओमप्रकाश राजभर ने गाजीपुर और मऊ सीटों की मांग रखी थी। मऊ की घोसी लोकसभा सीट पर ओमप्रकाश के पकड़ के दावें उस समय कम दिखायी पड़े, जब बीते रविवार को राजभर समाज के कुछ नेताओं ने ओमप्रकाश को श्रद्धांजलि दे डाली। राजभर समाज के नेताओं ने यही तक नहीं किया, तेरहवीं का कार्यक्रम भी कर डाला। ये अलग प्रकार का विरोध कार्यक्रम था, जो सुर्खियों में बन गया है।
- ब्रजेश पाठक के नजदीक हैं ओमप्रकाश
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से ओमप्रकाश राजभर की नजदीकी के चर्चे है। दोनों नेताओं को कई जगहों पर एक साथ देखा जा रहा है। बीते दिनों दोनों ही नेताओं को स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के श्रद्धांजलि कार्यक्रम की तैयारी बैठक करते हुए देखा गया है। नई दिल्ली तक ओमप्रकाश राजभर की पकड़ बनाने में ब्रजेश पाठक की भूमिका भी बतायी जा रही है।