पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें: केशव प्रसाद मौर्य
पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें: केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ, 28 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की गलियां ,ग्रामीणों का हाइवे हैं, इसलिए वह दुरूस्त और स्वच्छ रहनी चाहिए। विकास कार्य धरातल पर स्पष्ट रूप से नजर आने चाहिए। पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें। उप मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रादेशिक विकास सेवा संगठन का द्विवार्षिक अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की श्रमशक्ति का ह्रास न होने पाए, इसलिए अधिकारी ग्रामीणों को श्रम करने के लिए प्रेरित करते रहें। हल घर नल योजना में खोदी गयी सड़कों की मरम्मत शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी समन्वय बनाकर गलियों की गुणवत्तापूर्ण ढंग से मरम्मत कराने में अपना योगदान दें।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बृहद स्तर पर की जाने वाली चौपालों के आयोजन की प्रभावी व ठोस रणनीति बनायी जाय। कहा कि चौपालों की गम्भीरता बनाये रखी जाय। चौपालों को भव्य स्वरूप दिया जाय। कहा कि विभाग में किसी भी स्तर भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। इसके लिए प्रभावी कदम उठायें जांय। हर दृष्टिकोण से ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में नम्बर एक पर रखना है। विभाग की स्वच्छ व पारदर्शी छवि बनाये रखी जाय। अधिकारी गांवों में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें।
उन्होंने कहा कि अपने ऑफिस और कार्य क्षेत्र में महीने में कम से कम एक दिन स्वच्छता के लिए समर्पित करें। महीने में कम से कम एक दिन अमृत सरोवरों पर स्वच्छता अभियान चलायें। कहा कि हर घर नल से जल विश्व की सबसे बड़ी योजना है।
इस योजना के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और गलियों की खुदाई करके पाइपलाइन बिछाई जाती है। खुदाई के बाद सड़कों और गलियों की रिपेयरिंग सुनिश्चित होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर लखनऊ विकास भवन स्थित संघ भवन का वर्चुअल उद्घाटन भी किया गया। अधिवेशन को राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार ,आयुक्त ग्राम्य विकास जी एस प्रियदर्शी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सम्बोधित किया ।
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लखनऊ, 28 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की गलियां ,ग्रामीणों का हाइवे हैं, इसलिए वह दुरूस्त और स्वच्छ रहनी चाहिए। विकास कार्य धरातल पर स्पष्ट रूप से नजर आने चाहिए। पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें। उप मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रादेशिक विकास सेवा संगठन का द्विवार्षिक अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की श्रमशक्ति का ह्रास न होने पाए, इसलिए अधिकारी ग्रामीणों को श्रम करने के लिए प्रेरित करते रहें। हल घर नल योजना में खोदी गयी सड़कों की मरम्मत शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी समन्वय बनाकर गलियों की गुणवत्तापूर्ण ढंग से मरम्मत कराने में अपना योगदान दें।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बृहद स्तर पर की जाने वाली चौपालों के आयोजन की प्रभावी व ठोस रणनीति बनायी जाय। कहा कि चौपालों की गम्भीरता बनाये रखी जाय। चौपालों को भव्य स्वरूप दिया जाय। कहा कि विभाग में किसी भी स्तर भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। इसके लिए प्रभावी कदम उठायें जांय। हर दृष्टिकोण से ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में नम्बर एक पर रखना है। विभाग की स्वच्छ व पारदर्शी छवि बनाये रखी जाय। अधिकारी गांवों में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें।
उन्होंने कहा कि अपने ऑफिस और कार्य क्षेत्र में महीने में कम से कम एक दिन स्वच्छता के लिए समर्पित करें। महीने में कम से कम एक दिन अमृत सरोवरों पर स्वच्छता अभियान चलायें। कहा कि हर घर नल से जल विश्व की सबसे बड़ी योजना है।
इस योजना के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और गलियों की खुदाई करके पाइपलाइन बिछाई जाती है। खुदाई के बाद सड़कों और गलियों की रिपेयरिंग सुनिश्चित होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर लखनऊ विकास भवन स्थित संघ भवन का वर्चुअल उद्घाटन भी किया गया। अधिवेशन को राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार ,आयुक्त ग्राम्य विकास जी एस प्रियदर्शी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सम्बोधित किया ।
---------------पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें: केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ, 28 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की गलियां ,ग्रामीणों का हाइवे हैं, इसलिए वह दुरूस्त और स्वच्छ रहनी चाहिए। विकास कार्य धरातल पर स्पष्ट रूप से नजर आने चाहिए। पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए हर सम्भव कदम उठायें जायें। उप मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रादेशिक विकास सेवा संगठन का द्विवार्षिक अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों की श्रमशक्ति का ह्रास न होने पाए, इसलिए अधिकारी ग्रामीणों को श्रम करने के लिए प्रेरित करते रहें। हल घर नल योजना में खोदी गयी सड़कों की मरम्मत शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी समन्वय बनाकर गलियों की गुणवत्तापूर्ण ढंग से मरम्मत कराने में अपना योगदान दें।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बृहद स्तर पर की जाने वाली चौपालों के आयोजन की प्रभावी व ठोस रणनीति बनायी जाय। कहा कि चौपालों की गम्भीरता बनाये रखी जाय। चौपालों को भव्य स्वरूप दिया जाय। कहा कि विभाग में किसी भी स्तर भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। इसके लिए प्रभावी कदम उठायें जांय। हर दृष्टिकोण से ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में नम्बर एक पर रखना है। विभाग की स्वच्छ व पारदर्शी छवि बनाये रखी जाय। अधिकारी गांवों में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें।
उन्होंने कहा कि अपने ऑफिस और कार्य क्षेत्र में महीने में कम से कम एक दिन स्वच्छता के लिए समर्पित करें। महीने में कम से कम एक दिन अमृत सरोवरों पर स्वच्छता अभियान चलायें। कहा कि हर घर नल से जल विश्व की सबसे बड़ी योजना है।
इस योजना के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और गलियों की खुदाई करके पाइपलाइन बिछाई जाती है। खुदाई के बाद सड़कों और गलियों की रिपेयरिंग सुनिश्चित होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर लखनऊ विकास भवन स्थित संघ भवन का वर्चुअल उद्घाटन भी किया गया। अधिवेशन को राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार ,आयुक्त ग्राम्य विकास जी एस प्रियदर्शी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सम्बोधित किया ।
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