महाकुंभ में 5.51 करोड़ रूद्राक्ष मणियों से बन रहे द्वादश ज्योतिर्लिंग

महाकुंभ में 5.51 करोड़ रूद्राक्ष मणियों से बन रहे द्वादश ज्योतिर्लिंग

महाकुंभ में 5.51 करोड़ रूद्राक्ष मणियों से बन रहे द्वादश ज्योतिर्लिंग

 - बांग्लादेश के हिन्दुओंं की रक्षा के लिए 13 जनवरी से शुरू होगा रूद्र महायज्ञ

महाकुंभ नगर (प्रयागराज), 9 जनवरी (हि.स.)। महाकुंभ के सेक्टर-6 में पांच करोड़ 51 लाख रूद्राक्ष की मणियों से 12 ज्योतिर्लिंगों का निर्माण किया जा रहा है। तीन फुट चौड़े 12 फुट ऊंचे रूद्राक्ष स्तम्भों से 12 द्वार भी बनाये जा रहे हैं। सभी द्वारों पर घंटे लगाये जाएंगे। रूद्राक्ष स्तंभों के साथ 11 हजार विजय त्रिशूलों की स्थापना होगी। आश्रम में लगे 36 बड़े त्रिशूल मेला क्षेत्र में दूर से ही दिख रहे हैं।

वहीं, बांग्लादेश के हिन्दुओंं की रक्षा के लिए प्रयागराज महाकुंभ मेलाक्षेत्र के सेक्टर छह में बने मौनी स्वामी महाराज के आश्रम में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक रूद्र महायज्ञ होगा। इस दौरान 21 आचार्य 24 घंटे भगवान शिव की दिव्य पूजा करेंगे। जय महाकाल यज्ञशाला में पांच फुट लम्बी चौड़ी धर्म नन्दी व विजय नन्दी स्थापित होंगी। यज्ञशाला के मध्य में मां भगवती की मूर्ति स्थापित की जाएगी।

भारतीय सेनाओं को मजबूत करने के लिए 1108 कलश की स्थापना की जा रही है। भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का महासंकल्प श्री परमहंस सेवाश्रम बाबूगंज सगरा अमेठी के पीठाधीश्वर मौनी स्वामी महाराज भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने और काशी व मथुरा में मंदिर निर्माण के महासंकल्प की पूर्ति के लिए यह धार्मिक अनुष्ठान करा रहे हैं। महायज्ञ की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। महायज्ञ की तैयारियों से जुड़े कार्यकर्ता हरिशंकर मिश्रा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि​ विश्व कल्याण एवं भारत की समृद्धि की कामना से महाकुम्भ में पहली बार इस प्रकार का आयाेजन हाे रहा है। रूद्र महायज्ञ में देशभर के श्रद्धालु शामिल होंगे। इसके अलावा आश्रम की ओर से प्रतिदिन मकर संक्रान्ति से लेकर महाशिवरात्रि तक श्रद्धालुओं के लिए भंडारा चलेगा।