प्रयागराज में दुर्गा पूजा मूर्तियों का विसर्जन संगम क्षेत्र के पास कृत्रिम तालाब बनाकर होगा
प्रयागराज में दुर्गा पूजा मूर्तियों का विसर्जन संगम क्षेत्र के पास कृत्रिम तालाब बनाकर होगा
प्रयागराज, 09 अक्टूबर। प्रयागराज दशहरा दुर्गा पूजा पंडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन संगम क्षेत्र गंगा किनारे राम घाट के पास काली सड़क के बने कृत्रिम तालाब में किया जायेगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन से मूर्ति विसर्जन के सम्बंध में डॉ. पीके राय की 2015 मे दाखिल याचिका पर 05 अक्टूबर 2015 को पारित आदेश का पालन करने का निर्देश दिया है।
यह आदेश कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एम.एन भंडारी तथा न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल की खंडपीठ ने बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव पी.के राय व सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र पाण्डेय की याचिका को निस्तारित करते हुए दिया है।
याचिका में मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था को लेकर पारित हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने की मांग की गई थी। याची राय ने 2015 मे मूर्ति विसर्जन को लेकर याचिका दायर की थी। सरकार की तरफ से हलफनामा दाखिल कर आश्वासन दिया गया था कि मूर्ति विसर्जन की समुचित व्यवस्था की जायेगी। जिसके तहत राम घाट पर गंगा किनारे 130 मी लम्बा 40 मी चौड़ा व 7 फीट गहरा तालाब खोदा गया था। पहुंच मार्ग, लाइट व्यवस्था, गंगाजल भरा तालाब व विसर्जन के प्लेटफार्म आदि इंतजाम किए गए थे। कोर्ट ने जिलाधिकारी को अपने विवेक से व्यवस्था करने का निर्देश दिया था।
याची का कहना है कि यह व्यवस्था 2014 में भी लागू की गई थी। जिसे कोर्ट के आदेश पर 2018 तक चलाया गया। 2019 व 2020 मे अंदावा के तालाब में मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था की गई थी। इस वर्ष फिर से गंगा किनारे कृत्रिम तालाब बनाकर मूर्ति विसर्जन के पुराने आदेश पर अमल करने का निर्देश दिया गया है। कोर्ट के इस आदेश से बारवारियों ने खुशी जाहिर की है।