काशी विश्वनाथ कोरीडोर के तर्ज पर किया जाय रामनगरी का विकास : दुर्गा शंकर मिश्र
मुख्य सचिव ने की अयोध्या के विकास कार्यो की समीक्षा
अयोध्या, 06 जनवरी । मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा आयुक्त सभागार में गुरुवार को अयोध्या के निर्माण एवं विकास कार्यो की समीक्षा की गयी। इस दौरान मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल ने अयोध्या के विकास कार्यो का प्रस्तुतीकरण किया, जिसमें अयोध्या के विकास के लक्ष्य हेतु वृहद कार्ययोजना बनायी गयी है।
कार्ययोजना में श्रद्वालुओं की संख्या में वृद्वि एवं मंदिर निर्माण को देखते हुये 3 लक्ष्य निर्धारित किये गये है जिसमें वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र, पर्यटन केंद्र, सस्टेनेबल स्मार्ट सिटी तथा सांस्कृतिक अयोध्या, आधुनिक अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, भावनात्मक अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या, आयुष्मान अयोध्या, सक्षम अयोध्या आदि को केन्द्र में माना गया है जिसमें अयोध्या में 110 परियोजनाएं चल रही है तथा 45 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी है इसमें लगभग 28 कार्यकारी विभाग है तथा कुल योजनाओं की लागत लगभग 16 हजार करोड़ है, जिसमें मुख्य रूप से 08 कुंडो का कायाकल्प, जल शुद्वीकरण, अयोध्या का सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना, अयोध्या के चयनित ऐतिहासिक स्थलों पर सरफेस सुधार, भित्ति चित्र, कलाकृति बनाना, अयोध्या बाईपास के पास मल्टीलेबल कार पार्किंग, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, राम की पैड़ी, नये बस डिपो का निर्माण आदि कार्य जो पूरे हो गये है उसको और जनोपयोगी बनाना, रामायण सर्किट थीम पर आधारित अयोध्या मुख्य एवं फुटपाथ मार्ग का नवीनीकरण करना, 5 स्थानों भजन संध्या स्थल, रामकथा पार्क, मशीनीकृत कार पार्किंग एवं रेस्टोरेंट, सांस्कृतिक मंच आडियोटोरियम, मुक्ताकाशी मंच आदि को थ्री पीपी माॅडल पर रख रखाव करना, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में आर्ट गैलरी बनाना, अयोध्या शोध संस्थान का आधुनिकीकरण करना, शहर को मानक मापदण्डों के अनुसार विकसित करना, इसके लिए दीर्घकालिक पेयजल योजना बनाना, मुख्य अयोध्या के 15 वार्डो के गलियों एवं सड़कों का निर्माण करना, मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण करना, अयोध्या रेलवे स्टेशन का बेहतर निर्माण करना तथा शहर के प्रमुख स्थान, टेढ़ीबाजार चैराहा, कौशलेश कुंड, कलेक्टेªट कार्यालय, जलकल अमानीगंज, श्रीराम गुलेरा मंदिर के सामने वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण करना, कम्प्रेहेंसीब मोबिलिटी प्लान बनाना, समेकित ट्रैफ्रिक मैनेजमेंट प्लान बनाना, अयोध्या के जुड़वा शहर के मुख्य मार्ग सहादतगंज से नयाघाट तक तथा सुग्रीव किला से रामजन्म मंदिर मार्ग एवं श्रृंगार हाट से राम जन्मभूमि मंदिर मार्ग को विकसित करने हेतु रू0 लगभग 1080 करोड़ की योजना है इसको समयबद्व ढंग से लागू करना है।
अयोध्या के गुप्तारघाट से नयाघाट के सरयू नदी तट को बेहतर बनाना आदि प्रमुख कार्य है। इन कार्यो पर बिन्दुवार प्रकाश मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल, जिलाधिकारी नतीश कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह तथा अन्य परियोजना के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया।
सभी योजनाओं के प्रस्तुतीकरण के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि हमें अयोध्या को रामायणकालीन एवं भगवान राम के चरित्र एवं आदर्शो पर आधारित अयोध्या को विकसित करना है इसके लिए जो भी योजनाएं चल रही है सभी में एक्सपर्ट/विशेषज्ञों के जहां आवश्यक है विचार लेकर पूरा किया जाय। सरसरी तौर पर न करते हुये सभी कार्यो में गुणवत्ता और स्थिर का और उसके दुरगामी प्रभाव को शामिल किया जाय। पेयजल योजना की समीक्षा में कहा कि हमें 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था बनाये जाये, जिससे कि कहीं भी कोई भी व्यक्ति नल खोलकर पानी पिये और स्टोरेज की आवश्यकता न हों।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास की गलियों जैसे विकास किया जाय
मुख्य सचिव ने अयोध्या की गलियों के विकास के लिए मुख्य रूप से नगर आयुक्त विशाल सिंह को इंगित करते हुये कहा कि श्री काशी विश्वनाथ कोरीडोर एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पास की गलियों में जैसे विकास किया उसी प्रकार एवं बेहतर विकास किया जाय। हमें अयोध्या के श्रद्वालुओं को केन्द्र में मानकर सुरक्षा व्यवस्था ऐसा करना है कि किसी श्रद्वालु को दिक्कत न हों तथा हमारी सुरक्षा व्यवस्था में भी किसी प्रकार की चूक न हों तथा विशेष रूप से पंचकोसी मार्ग, चैदह कोसी मार्ग आदि मार्गो पर श्रद्वालुओं के लिए आराम करने के लिए कुर्सियों आदि का भी निर्माण किया जाय तथा सभी जगह पेयजल व्यवस्था एवं शौचालय आदि का भी व्यवस्था किया जाय। मुख्य सचिव ने कहा कि हमें अयोध्या को विश्व स्तरीय स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वय रूप से कार्य करना होगा तथा रोडो पर टहलने, बैठने एवं साइकिलिंग की भी व्यवस्था किया जाय तथा यह व्यवस्था किया जाय कि किसी भी प्रकार से अतिक्रमण न हों। गुप्तारघाट आदि के घाटों के निर्माण तथा सौन्दर्यीकरण में मुख्य सचिव ने कहा कि गुप्तारघाट से नयाघाट के 8 किमी0 की दूरी को आम लोगों के लिए सुलभ बनाने हेतु सरयू नदी पर घाटों के निर्माण के साथ साथ हल्के वाहनों के आवागमन हेतु आवश्यकतानुसार कंक्रीट की सड़कों का ही निर्माण किया जाय।
मुख्य सचिव ने कहा कि परियोजनाओं का जो प्रस्तुतीकरण किया गया है जो पूर्ण हो चुकी है उसको आम जनमानस के लिए नियमानुसार उपयोगी बनाया जाय तथा गुणवत्ता सहित कार्यो को समय से पूरा किया जाय। इसमें किसी भी प्रकार की कमी नही आने दी जायेगी तथा मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी तथा नगर आयुक्त से कहा कि कोई भी प्रोजेक्ट जो भेजा जाय उसमें आवश्यकतानुसार मुझे तत्काल संज्ञान में लाया जाय जिससे कि उसकी जल्द से जल्द स्वीकृति प्रदान हो सकें तथा समय से पूरा किया जा सके। मण्डलायुक्त ने मुख्य सचिव से कहा कि जो भी आपके निर्देश और मार्गदर्शन प्राप्त हुये है उसको सम्बंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा आवश्यक परिवर्तन कर पूरा किये जायेगे तथा उसको अयोध्या के मानक के अनुरूप में विकास के संकल्प को पूरा किया जायेगा।
बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनिता यादव, परियोजना निदेशक, अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी, कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।
मुख्य सचिव और डीजीपी ने राम मन्दिर की सुरक्षा का लिया जायजा
गुरूवार को मुख्य सचिव और डीजीपी रामनगरी अयोध्या के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान दोनों ने ही हनुमानगढ़ी और रामलला का दर्शन-पूजन करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही निर्माणाधीन राम मंदिर स्थल का भी निरीक्षण किया। आयुक्त सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या विकास के पायदान पर चढ़ रहा है। श्रद्धालुओं व पर्यटकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आने वाले दिनों में यहां चार्टड प्लेन उतरेंगे। इसी के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है।
सुबह करीब 10 बजे रामनगरी पहुंचे मुख्य सचिव दुर्गा प्रसाद मिश्र व डीजीपी मुकुल गोयल ने पूजा अर्चना करने के बाद राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आस्था का केंद्र होने के नाते यहां दुनिया भर से श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि यहां कि सुरक्षा कैसे पुख्ता की जाए। इस पर काफी मंथन हुआ है। दूर देशों व अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को समस्याएं न हो इसके लिए अलग से सिक्योरिटी होनी चाहिए।इस पर मंथन हुआ है। अभी हम लोग आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। शताब्दी वर्ष तक अयोध्या विकास के सबसे ऊंचे पायदान पर होगी। उस समय जो भी अयोध्या आएगा उसकी आंखे देखती रह जाएंगी। उस दौरान बाहर से आने वाले लोग यहां चार्टर्ड प्लेन से आएंगे। इस दौरान मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह व अन्य अफसर मौजूद रहे।