सिविल जज रवि दिवाकर को धमकी भरा पत्र मिला, अपर मुख्य सचिव गृह से की शिकायत
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर डीसीपी वरूणा छानबीन में जुटे
वाराणसी, 07 जून। वाराणसी के सिविल जज (सी.डि.) रवि दिवाकर को धमकी मिलने का मामला मंगलवार को सामने आया है। एसीजेएम ने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आदेश दिया था। न्यायाधीश ने इसकी शिकायत अपर मुख्य सचिव गृह से लिखित तौर पर की है। धमकी इस्लामिक अगाज मूवमेंट की ओर से हस्त लिखित पत्र से दी गई है। एसीजेएम दिवाकर को पहले भी धमकी मिली है। इस मामले को पुलिस कमिश्नर ने भी संज्ञान लेकर जांच के लिए डीसीपी वरूणा को निर्देश दिया है।
सिविल जज सीनियर डिविजन रवि दिवाकर के अर्दली राजेश सोनकर को रजिस्टर्ड डाक से पत्र मिला । इसमें हस्त लिखित पत्र इस्लामिक अगाज मूवमेंट की ओर से काशिफ अहमद सिद्दकी ने लिखा है।
संगठन का अध्यक्ष बताते हुए काशिफ ने लिखा है कि वर्तमान विभाजित भारत की घृणाभरी राजनीति,सामाजिक,सांस्कृतिक,वातावरण में अब न्यायाधीश भी सराबोर हो गये है। फैसला उग्रवादी हिन्दुओं और उनके तमाम संगठनों को प्रसन्न करने के लिए सुनाते है। और विभाजित भारत के मुसलमानों पर फोड़ते है। आपने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया तो तमाम अधिवक्ता और वादी पक्ष की महिलाएं मीडिया के सामने 'हम हिन्दू है' कहकर एक दूसरे को मिष्ठान्न खिला रहे थे और मुसलमानों पर फब्तियां कस भड़काउ नारे लगा रहे थे ।
पत्र में न्यायाधीश के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर चुनौती दी गई है कि पत्र को सार्वजनिक कीजिए और हिन्दू सहानुभूति का आनंद लीजिए । बताते चले लगभग 30 दिन पहले सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर ने अपनी सुरक्षा को लेकर खुद चिंता जाहिर की थी। आदेश में जज ने लिखा- साधारण से मामले को असाधारण बनाकर डर का माहौल बना दिया गया है। डर इतना है कि मेरे परिवार को लगातार मेरी और मुझे परिवार की चिंता बनी रहती है।