व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की दिशा को बढ़ावा देगा भारतीयता का सिनेमा

व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की दिशा को बढ़ावा देगा भारतीयता का सिनेमा

व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की दिशा को बढ़ावा देगा भारतीयता का सिनेमा

—‘एक दिवसीय फ़िल्म मेकिंग एवं सिनेमेटिक लैंग्वेज’ कार्यशाला में बोले वक्ता

वाराणसी, 24 नवंबर (हि.स.)। काशी-प्रयाग चित्र साधना की ओर से रविवार को विश्व संवाद केंद्र के माधव सभागार में आयोजित ‘एक दिवसीय फ़िल्म मेकिंग एवं सिनेमेटिक लैंग्वेज’ कार्यशाला में विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। बनारस यूथ थियेटर, रंग प्रयोग नाट्य संस्थानम के सहयोग से कार्यशाला में वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. उपेन्द्र विनायक सहस्रबुद्धे ने फ़िल्म संचार का महत्वपूर्व साधन बताया। कार्यशाला में हमारे सिनेमा से समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में हमने कुछ योगदान किया है ? क्या हमने अपनी संस्कृति-संस्कारों को भारतीय की दृष्टि से दिखाया है। इन सभी मुद्दों पर विमर्श हुआ। फ़िल्म अभिनय प्रशिक्षक अमित कुमार श्रीवास्तव ने युवाओं को प्रशिक्षण दिया। इसके पहले काशी प्रयाग चित्र साधना के सचिव वसु पाठक, उपाध्यक्ष मुरार जी त्रिपाठी, बतौर मुख्य अतिथि प्रमोद पाठक ने इसका उद्घाटन किया। फ़िल्म मेकिंग एवं सिनेमेटिक लैंग्वेज के प्रशिक्षक रजनीश कुमार मिश्र ने भी प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में राजकुमार, विशाल, पुष्कर, अदिति, रोहन, रामचन्द्र, बिनीता, प्रतीक्षा, प्रांजलि, श्रुति, अमन, धर्मेन्द्र ब्रजेश, आयुषी, दीप्ति, सृजन, निकिता, निखिल, आदित्य, प्रवीण, शिवम, मोहित, सौम्या आदि ने भागीदारी की।

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