उत्तर प्रदेश में दीपोत्सव की धूम, रोशनी से नहाये गांव और शहर
दीपावली पर माता लक्ष्मी और गणेश देव का पूजन कर लिया आशीर्वाद
लखनऊ, 04 नवम्बर। पंच दिवसीय पर्व के तीसरे दिन अर्थात दीपावली पर पूरे उत्तर प्रदेश में दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राजधानी लखनऊ, रामनगरी अयोध्या, भोले की नगरी काशी, कृष्ण की नगरी मथुरा-वृदांवन, गोरक्ष की नगरी गोरखपुर, मेरठ, आगरा, बरेली, बुलन्दशहर, मुरादाबाद, कानपुर, विंध्याचल, चित्रकूट, मीरजापुर, भदोही, झांसी, सहारनपुर समेत यूपी के सभी जनपद के शहरों तथा गांवों में घर के छत, आंगन तथा दरवाजे पर दीये जलाये गए। इस अवसर पर हिन्दू संस्कृति में विश्वास रखने वाले हिन्दुओं के साथ अन्य पंथावलम्बियों ने भी अपने घरों को झालरों और दीपों से सजाया।
दीपावली पर्व भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण द्वारा बसाई लखनपुरी में हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाई गई। भक्तों ने धन की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी और शुभ के देवता गणेश जी का पूजन किया। अपने घरों को दीपों और बिजली की झालरों से सजाया। पटाखों को फोड़ अपनी खुश्यिां मनाई। लोगों ने एक-दूसरे को दीपावली की बधाई दी। बड़ों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। लखनपुरी दीपोत्सव दीपों की आभा से जगमगा रही थी।
वैसे तो लखनपुरी में दीपोत्सव की चहल-पहल दो दिन पूर्व धनतेरस से ही शुरू हो गई थी। लेकिन गुरूवार को उत्सव की खुशी अपने चरम पर दिखाई थी। शाम होते ही घरों में रंग-बिरंगी बिजली की झालरें जगमगा उठी। लोगों ने दीपों की अवली भी अपने अपने घरों में सजाई। दीपावली पर अगर अट्टालिकाओं पर दीप प्रज्जवलित हुए तो गरीब की कुटिया में दीपों की माला सजी।
परिवर्तन चौक के पास एक रिक्शे वाला अपने रिक्शे पर दो दीप जलाए था। परिवर्तन चौक, हनुमान सेतु के गोमती तट की शोभा देखते ही बन रही थी। महानगर में व्यापारी प्रतिष्ठानों पर सजी बिजली की झालरें लोगों का ध्यान बरबस खींच रही थीं। कुकरैल पुल के पास बने घरों में रंग-बिरंगी झालरें आभा बिखेर रही थीं। लक्ष्मणपुरी दीपों की जगमगाहट से सराबोर हो रही थी।
इसके बाद सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में शुभ मुहुर्त में भक्तों ने देवी और गणेश देव का पूजन किया। विधि-विधान से पूजन किया। खील-खिलौने, गट्टा, लइया, चूरा, मिष्ठान देवी और प्रथम पूजित गणेश जी के चरणों में अर्पित किया। देवी और गणेश का पूजन कर आशीर्वाद लिया।
ग्रहों-नक्षत्रों की ज्योतिषीय गणना के मुताबिक इस बार दीपावली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन के तीन शुभ मुहूर्त बने हैं। इन शुभ मुहूर्त को प्रदोष काल, निशीथ काल और महानिशीथ काल कहा जाता है। दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक है। प्रदोष काल 5 बजकर 34 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट तक और वृषभ काल 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 6 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। सुबह से तैयारी में जुटे लोगों ने इस शुभ मुहूर्त में पूजन किया और घर-परिवार-देश-समाज के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।
गौरतलब है कि इस बार उत्तर प्रदेश के 27 शहरों में वायु गुणवत्ता की जांच करने के बाद सरकार ने दिवाली पर सिर्फ ग्रीन यानी हरित पटाखों की बिक्री की ही इजाजत दी थी। इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव शासन अवनीश कुमार अवस्थी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इसके बावजूद कई जिलों में चोरी-छिपे प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों की
सोशल मीडिया पर भी दिवाली की धूम
उधर, सोशल मीडिया पर दिवाली की धूम मची हुई है। धनतेरस और छोटी दिवाली के बाद आज भी सुबह से यूजर्स अलग-अलग अंदाज में एक-दूसरे को बधाई देते रहे।
पूजन के बाद बंटा प्रसाद
घरों में गणेश-लक्ष्मी के पूजन के बाद लोगों ने पास-पड़ोस, मोहल्ले-कालोनी के घरों में प्रसाद बांटकर एक-दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर एक से बढ़कर एक मिठाइयों और उपहारों का भी आदान-प्रदान हो रहा है। प्रसाद और मिठाई बांटने का यह सिलसिला कल भी जारी रहेगा।