भारत राष्ट्र निर्माण की बात करते थे बाबासाहेब : प्रो. रीता बहुगुणा जोशी
भारत राष्ट्र निर्माण की बात करते थे बाबासाहेब : प्रो. रीता बहुगुणा जोशी

-बाबासाहेब के संविधान से ही मोदी-योगी गरीबों का उत्थान विकास कर रहें : नीरज त्रिपाठी --यमुनापार मे बाबासाहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं गोष्ठी प्रयागराज, 14 अप्रैल (हि.स.)। बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 134वें जयंती पर यमुनापार में जगह-जगह संगोष्ठी आयोजित कर बाबासाहेब के मूर्ति पर माल्यार्पण पुष्पांजली अर्पित करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने नमन किया। जसरा ब्लाक में पूर्व सांसद प्रो.रीता बहुगुणा जोशी ने कहा बाबासाहेब का ध्येय वाक्य रहा ’हम सब भारत के लोग’ जब सबका निर्माण हो जाए, तब मेरा निर्माण होगा, सबके निर्माण में भारत राष्ट्र निर्माण की बात करते थे। जातिहीन समाज के लिए बात करते थें। बाबासाहेब का बड़ा सम्मान मोदीजी के आने के बाद हुआ, सबसे बड़ा पंचतीर्थ मोदीजी के आने के बाद बना।
जिलाध्यक्ष यमुनापार राजेश शुक्ला ने करछना में कहा बाबासाहेब का असली सम्मान भाजपा ने किया। कांग्रेस की सरकार ने डॉ भीमराव अम्बेडकर को सदैव नीचा दिखाया। कांग्रेस और नेहरू ने चुनाव हरा दिया और भाजपा सरकार में अटल बिहारी वाजपेई ने भारत रत्न देकर सम्मान किया।
पूर्व सांसद प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी ने लालापुर के अमिलिया में कहा बाबासाहेब का कार्य देश ही नहीं दुनिया के लिए स्मरणीय रहेगा। इसी संविधान का पालन करते हुए मोदी-योगी गरीबों का उत्थान और विकास कर सम्मान कर रहें हैं। अनूसूचित मोर्चा यमुनापार राजमणि पासवान ने आयोजित समरसता सहभोज में पदाधिकारियों के साथ विधायक पियूष रंजन निषाद ने कहा बाबासाहेब का जीवन गरीबों दलितों शोषित वंचित समाज के उत्थान विकास के लिए समर्पित रहा। विधायक राजमणि कोल ने कहा बाबासाहेब की शक्ति और सामर्थ्य का देश ही नहीं विश्व भी ऋणी है। संविधान की शक्ति प्रदान कर राष्ट्र निर्माण हो रहा है। पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने कहा दलित-शोषित, वंचित समाज को मुख्य धारा मे लाना बाबासाहेब का उद्देश्य रहा। जिलाध्यक्ष अनूसूचित मोर्चा राजमणि पासवान ने कहा बाबासाहेब के कृतित्व को शब्दों में बयॉ नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष सुखराज सिंह, जगत शुक्ला, बंदना सिंह, जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह पटेल, प्रदीप पांडेय, पंकज द्विवेदी, पारस भारतीय, भोला भारतीय, राम ललक सिंह आदि के साथ भारी संख्या में अनुसूचित जाति के लोग उपस्थित रहे।