भारतीय क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल के पिता कांवड़ यात्रा पर निकले बाबा बैजनाथ धाम
यशस्वी जायसवाल ने अपने डेब्यू टेस्ट में जमाया शतक, गांव में खुशी का माहौल
भदोही, 14 जुलाई । वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में उत्तर प्रदेश में भदोही जिले के छोटे से गांव के रहने वाले यशस्वी जायसवाल ने शतक जमाया। वह 143 रन बनाकर नाबाद है। बेटे की इस सफलता के बाद पिता भूपेंद्र जायसवाल उर्फ़ गुड्डन कांवड यात्रा पर बाबा बैजनाथ धाम के लिए निकले गए।
डोमिनिका के विंडसॉर में खेले जा रहे भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच का पहला मुकाबले में यशस्वी ने 215 गेंदों में 11 चौकों की मदद से अपना पहला शतक पूरा किया। 350 गेंदे खेलकर 143 रन बनाकर नाबाद हैं। इस उपलब्धि के बाद वह तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं और 17 वें भारतीय खिलाड़ी भी। अब उनकी तुलना भारत के सफल कप्तान सौरव गांगुली और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से हो रही है। यशस्वी की सफलता को लेकर उनके गांव में खुशी का ठिकाना नहीं है। बेटे की कामयाबी को देख पिता कांवड यात्रा पर बाबा बैजनाथ धाम के लिए निकल गए।
उन्होंने कहा कि बेटे ने जिस तरह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में बल्लेबाजी की। अब वह अपने डेब्यू टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ बेहतर खेल रहा है। उसके उज्जवल भविष्य की कामना के लिए वह बाबा के दर्शन को जा रहे हैं।
यशस्वी जायसवाल के गांव सुरियावां नगर में इस सफलता को लेकर ग्रामीण और उनके दोस्त खुशियां मना रहे हैं। यहां के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार अनिल वर्मा ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है ‘नाम यशस्वी, काम यशस्वी’। अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज़ के विरूद्ध लगाया अपना पहला शतक। हम इस उपलब्धि पर बधाई देते हैं।
नगर के पूर्व सभासद अजय मोदनवाल अपनी फेसबुक वाल पर लिखते हैं। ‘बेटे यशस्वी के पहले टेस्ट मैच में पहला शतक लगाने के बाद उनके पिता बाबा बैजनाथ जी को जल चढ़ाने कावड़ लेकर निकले। वैजनाथ बाबा यशस्वी को ख़ूब कामयाबी दें।