सक्रमित मरीज के रेमिडीज इंजेक्शन की कालाबाज़ारी

सक्रमित मरीज के रेमिडीज इंजेक्शन की कालाबाज़ारी
पीड़ित तीमारदार पुलिस से अपनी व्यथा बताते हुए
कौशाम्बी। जनपद के सरकारी अस्पताल में शनिवार की दोपहर संक्रमित मरीज के परिजन ने अस्पताल कर्मियों पर रेमिडीज के इंजेक्शन की कालाबाज़ारी का आरोप लगा हंगामा कर दिया। कोविड़ पीड़ित के परिजन अशोक कुमार ने मंझनपुर पुलिस से लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। 

जिले के सरकारी अस्पताल में अस्पताल कर्मियों और मेडिकल दवाखानों की मिली भगत से महंगे इंजेक्शन की कालाबाज़ारी का खेल खुलेआम चल रहा है। पीड़ित तीमारदार का आरोप है कि उनका मरीज कोरोना वार्ड में बीएड नंबर 12 पर भर्ती है। जिसके इलाज के लिए डॉक्टर ने उन्हें सादी पर्ची पर रेमिडीज इंजेक्शन सहित दवाये अस्पताल से बाहर मेडिकल से खरीद कर लाने को भेजा। मरीज का परिजन 16 सौ रुपये देकर दवा खरीद कर पहुचा। डॉक्टर ने मरीज को इंजेक्शन लगाने के लिए अस्पताल कर्मियों को दवाये दी। लेकिन मरीज को रेमिडीज का इंजेक्शन न लगा कर उसे खरीदे गए मेडिकल स्टोर पर अस्पताल कर्मी वापस कर रुपये लेने पहुँच गया। जिसे मरीज के तीमारदार अशोक ने रंगे हाथ पकड़ा। कोरोना पीड़ित मरीज के परिजन अशोक ने इस बात की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की। इंजेक्शन की कालाबाज़ारी का मामला सामने आने के बाद आपातकाल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पीड़ित परिजन से अस्पताल प्रशासन मामले को खत्म करने का दबाव बना रहा था। इसी बीच पीड़ित ने अस्पताल परिसर से भाग कर पुलिस थाने पहुचा। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई है।
अस्पताल के सीएमएस डॉ दीपक सेठ का कहना है कि मरीज के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप बेहद गंभीर है। प्रकरण को गंभीरता से लेकर जाँच कराई जा रही है। जाँच के उपरांत दोषी पाए गए कर्मी पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।