करेली के दुर्गा पूजा पार्क में धूमधाम से मनाया गया आंवला नवमी

आंवला भगवान विष्णु का सबसे प्रिय फल, वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का निवास

करेली के दुर्गा पूजा पार्क में धूमधाम से मनाया गया आंवला नवमी

प्रयागराज, 02 नवम्बर । कार्तिक शुक्ल नवमी अक्षय नवमी कहलाती है। इस दिन स्नान पूजन कर अन्न आदि के दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। बुधवार को आंवला नवमी के दिन परिवार के बड़े बुजुर्ग सदस्य विधि विधान से आंवला की पूजा अर्चना करके भक्ति भाव से इस पर्व को मनाते हैं।

पौराणिक मान्यता के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आंवले के पेड़ पर निवास करते हैं। इसलिए इस पेड़ की पूजा अर्चना की जाती है। यह भी कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण अपने बाल लीलाओं का त्याग करके वृंदावन की गलियों को छोड़कर मथुरा चले गए थे। आंवला भगवान विष्णु का सबसे प्रिय फल है और आंवले के वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का निवास होता है। आंवला आयु बढ़ाने वाला फल है। यह अमृत के समान माना गया है।

करेली के दुर्गा पूजा पार्क में कार्यक्रम संयोजक ज्ञानेन्द कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आंवले के वृक्ष की पूजा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आंवले के पेड़ की पूजा कर 108 परिक्रमा करने से मनोकामना पूर्ण होती है। आंवला वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा में बैठकर पूजन कर उसकी जड़ में दूध देना चाहिए।

बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में अंशु श्रीवास्तव, कामिनी श्रीवास्तव, कुसुम, नीलम मौर्या, संगीता, सोनम केसरवानी, मीनू कपूर, सरोज, उषा श्रीवास्तव, ज्ञानेंद्र श्रीवास्तव, बच्चा, देवेंद्र, राजू चतुर्वेदी, जीतेंद्र, मनोज सिंह, अखिलेश सिंह, संजीव चावला, दीपक त्रिपाठी, सहाय मौर्य, सुमित श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।