क्रिश्चियन समुदाय ने अपने पूर्वजों को किया याद, कब्रों पर चढाई फूल-मालाएं
पेपरमिल कॉलोनी और मॉल एवेन्यू के कब्रिस्तानों पर की गई व्यवस्था
लखनऊ, 03 नवम्बर। क्रिश्चियन समुदाय ने आज यानि दो नवम्बर को अपने दिवंगत हो चुके पूर्वजों को याद किया। इस तारीख का वे सब ‘ऑल सोल्स डे‘ के रूप में मनाते हैं। वे लोग कब्रिस्तानों में गए और वहां अपने पूर्वजों की कब्र पर फूल-मालाएं चढ़ाकर मोमबत्ती जलाई।
फॉदर मोरिस कुमार ने बताया कि यह पश्चिमी ईसाई धर्म में एक सदियों पुरानी परम्परा है। बुधवार को सामूहिक रूप से कब्रिस्तान में उपस्थित होकर, प्रार्थना और बलिदान की पेशकश करके और मोमबत्तियां जलाकर ऑल सोल्स डे मनाया जाता है। लखनऊ क्रिश्चियन बैरियल बोर्ड ने पेपरमिल निशातगंज कब्रिस्तान और माल एवेन्यू, सदर कब्रिस्तान में अपने परिजन की कब्रों पर जाने वाले लोगों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की थी।
बैरियल बोर्ड के सचिव जे जे जोसेफ ने ऑल सोल्स डे की तैयारी के लिए सभी चर्च प्रतिनिधियों के साथ एक योजना बैठक की। स्वयंसेवकों को आगंतुकों के लिए आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया।
लखनऊ क्रिश्चियन बैरियल बोर्ड के अध्यक्ष पादरी डॉ मॉरिस कुमार ने बताया कि करोना के बाद, इस वर्ष आगंतुकों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में बहुत अधिक रही। बुजुर्ग लोगों को आसानी से आने-जाने के लिए ई-रिक्शा की सुविधा भी प्रदान की गई थी, दोनों कब्रिस्तान में कुछ पादरी भी प्रतिनियुक्त थे, प्रार्थना करने में आगंतुकों की मदद करने के लिए। कब्रिस्तानों में देर शाम तक लोग अपने पूर्वजों की कब्रों पर आते रहे। लोगों की मदद करने के लिए दोनों कब्रिस्तान में लखनऊ ईसाई बैरियल बोर्ड के सदस्य भी मौजूद रहे।