हाईकोर्ट सहित न्यायिक, अर्धन्यायिक संस्थानों में अधिवक्ताओं ने नहीं किया कामकाज

अलग अलग प्रदर्शन कर की नारेबाजी, हापुड़ डीएम-एसपी को हटाने के साथ कई अन्य मांगे गिनाई

हाईकोर्ट सहित न्यायिक, अर्धन्यायिक संस्थानों में अधिवक्ताओं ने नहीं किया कामकाज

प्रयागराज, 11 सितम्बर (हि.स.)। हापुड़ अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना के मामले में पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट, राजस्व परिषद बार एसोसिएशन, केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण सहित न्यायिक और अर्धन्यायिक संस्थाओं, जिला न्यायालयों, तहसीलों के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन कर यूपी सरकार विरोधी नारे लगाए। चेतावनी दी कि जब तक यूपी सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती आंदोलन जारी रहेगा।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आंदोलन के बाद बैठक की और न्यायिक कार्य से विरत रहने के निर्णय को बरकरार रखा है। इससे मंगलवार को भी हाईकोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इसके पहले सुबह अधिवक्ताओं ने चैंबर जाने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर ताला जड़ दिया था। इससे अधिवक्ता अपने चैंबर नहीं जा सके। इसके बाद अधिवक्ताओं ने बार अध्यक्ष अशोक सिंह की अगुवाई में प्रदर्शन किया और अधिवक्ताओं की मांगें पूरी करने की मांग की। कहा कि यूपी सरकार इस संबंध में ठोस कदम उठाए अन्यथा अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। उधर, अधिवक्ताओं के आंदोलन से अदालतों में कामकाज नहीं हो सका। अदालतें बैंठी लेकिन अधिवक्ताओं के न होने से सुनवाई नहीं हो सकी। बाद में अदालतें भी उठ गईं।

बैठक में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद के पूर्व अध्यक्ष वीपी श्रीवास्तव, सतीश त्रिवेदी, ओम प्रकाश सिंह, अनुराग पाठक, वीर सिंह, प्रभा शंकर मिश्र, डॉ सीपी उपाध्याय, एसी तिवारी, जेबी सिंह, देश रतन चौधरी, आशुतोष पांडेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अजय कुमार मिश्र, सर्वेश कुमार दुबे आदि मौजूद रहे।

--कैट और राजस्व परिषद में भी अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण और राजस्व परिषद बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने भी न्यायिक कार्य नहीं किया। कैट बार के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र नायक ने कहा कि यूपी सरकार ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा, अधिवक्ता आंदोलन के लिए विवश हुए। आम सभा में अनिल सिंह, केपी सिंह, रामपाल सिंह, आशीष श्रीवास्तव, धर्मेंद्र तिवारी, आमोद पांडेय, डीएस शुक्ला, एसडी सिंह, प्रदीप दूबे, मनोज उपाध्याय आदि मौजूद रहे। उधर, राजस्व परिषद में अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन में अध्यक्ष हर्ष नारायण शर्मा, सत्येंद्र सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, महासचिव पंकज श्रीवास्तव, सुरेंद्र कुमार, विजय शंकर तिवारी, संतोष कुमार तिवारी, नवीन कुमार पांडेय, मोहन धारिया, आरके यादव आदि मौजूद रहे। इसके अलावा केंद्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण, डीआरटी के अधिवक्ताओं ने भी कामकाज नहीं किया।