उत्तर प्रदेश के नये पुलिस महानिदेशक बने मुकुल गोयल

आईपीएस नासिर कमाल और आरपी सिंह भी थे रेस में शामिल

उत्तर प्रदेश के नये पुलिस महानिदेशक बने मुकुल गोयल
लखनऊ, 30 जून। उत्तर प्रदेश के अगले पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) 1987 बैच के तेज तर्रार आईपीएस मुकल गोयल को बनाया गया है। हालांकि इस रेस में वरिष्ठतम के तौर पर 1986 बैच के आईपीएस नासिर कमाल और 1987 बैच के आरपी सिंह भी शामिल थे लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुकल गोयल के नाम पर मुहर लगायी है। मुकुल गोयल के डीजीपी बनने पर उनका पैतृक आवास उत्तर प्रदेश के शामली में खुशी का माहौल है। 
 
अपर मुख्य सचिव 'गृह' अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुकुल गोयल को उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। वे वर्तमान में भारत सरकार में एडीशनल डी.जी.ऑपरेशन, बीएसएफ के पद पर तैनात हैं।
नवनियुक्ति ​डीजीपी मुकल गोयल मूलरुप से उत्तर प्रदेश में जनपद शामली के मोहल्ला लाजपतराय शिवमूर्ति निवासी है। इनका जन्म दो फरवरी 1964 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जनपद में हुई। उनके पिता स्व. महेंद्र कुमार गोयल के झारखंड के धनबाद जिले में किसी कंपनी में इंजीनियर थे। इसलिए उनकी शिक्षा धनबाद और बाद जयपुर में हुई। दिल्ली से उन्होंने उच्च शिक्षा ग्रहण की। मुकुल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं, साथ ही उन्होंने एमबीए की शिक्षा प्राप्त की। 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल 1991 में सीनियर स्केल प्राप्त कर एसएसपी बने। इसके बाद वर्ष 2004 में डीआईजी पद पर प्रोन्नत हुए और 2008 में आईजी बने। जबकि उनका भाई हितेश गोयल दिल्ली में सरकारी विभाग में उच्च पद पर कार्यरत हैं।

 
मुकुल गोयल के चाचा अरुण गोयल ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनका भतीजा उप्र पुलिस का मुखिया बन गया है तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। चाची पूनम गोयल व भाभी मीनू गोयल ने कहा कि मुकुल गोयल बहुत सरल स्वभाव के हैं और शुरू से ही होनहार हैं।
 
16 माह तक मेरठ के एसएसपी रहे मुकुल गोयल
आईपीएस मुकुल गोयल मेरठ में पांच मई 2002 से 24 सितम्बर 2003 तक एसएसपी मेरठ रहे है। वे यहां पर करीब 16 महीने रहे हैं। उनके बेहतर कुशल व्यवहार के चलते मेरठ के कई लोग आज भी उनसे जुड़े हुए है। जब लोगों को पता चला है कि उनके साथ उठने बैठने वाले आईपीएस मुकुल डीजीपी बन गये है तो लोगों ने उनके साथ की फोटो साझा करते हुए बधाई देना शुरु कर दिया है।