प्रयागराज के गांजा गांव में 4 करोड़ 14 लाख की लागत से बनेगा ऊन धागा उत्पादन केंद्र
शहर पश्चिमी को सही मायने में शहर बनाकर छोडूंगा : सिद्धार्थ नाथ सिंह
प्रयागराज, 10 जुलाई (हि.स.)। कैबिनेट मंत्री खादी एवं ग्रामोद्योग सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शनिवार को गाँजा में ऊनी धागा उत्पादन केन्द्र शिलान्यास किया। कहा कि शहर पश्चिमी में मेरे द्वारा भगवतपुर ब्लाक एवं 100 बेड के चिकित्सालय का निर्माण कराया गया। यहां किसी ने सोचा था कि शहर पश्चिमी में उद्योग आ सकता है, क्योंकि यहां तो अपराध ही अपराध था। मैंने यहां पर ऊनी धागा उत्पादन केन्द प्रयागराज में उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की तरफ से उद्योग का शिलान्यास कर रहा हूं, जिससे आस-पास के ग्रामों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि शीघ्र प्रदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्थित भेड़ पालकों को ऊन क्रय कर प्रशोधन करते हुए यार्न बनाकर कम्बल उत्पादन हेतु सुझाव पर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी प्रयागराज द्वारा 1.29 एकड़ रकबा भूमि ग्राम गाँजा, तहसील सदर जनपद प्रयागराज में उपलब्ध करायी गयी है। जहां ऊनी धागा उत्पादन केन्द्र के निर्माण कार्य का आगणन यूपीएसआईसीएल कानपुर से तैयार कराकर प्रस्तावित कार्य के अन्तर्गत बाउंड्रीवाल, प्रशासनिक भवन, स्पीनिंग यार्ड, मैटेरियल अधीन शेड, लाकररूम, गार्डरूम, रेनवाटर हार्वेस्टिंग परिसर में बाह्य विद्युतीकरण, सीसी रोड इत्यादि की प्रस्तावित लागत रू. 414.63 लाख है।
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में आवंटित भूमि पर बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य करने हेतु यूपीएसआईसीएल कानपुर को 47.23 लाख का भुगतान कर कार्य प्रारम्भ कराया जा रहा है। द्वितीय चरण में कच्चा माल रखने एवं यार्न के रख-रखाव हेतु शेड का निर्माण कराया जायेगा तथा तीसरे चरण में प्रोसेसिंग करने के लिए मशीनों की स्थापना होगी। जल्द ही कटहुला में छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कार्य शुरू कर दिया हूँ, जिससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
श्री सिंह ने कहा कि विकास को आगे रखो, जैसा बोओगे वैसा ही काटोगे, जैसा चुनेंगे वैसा ही पाओगे। समाज आगे बढ़ेगा तभी विकास होगा, जो लोग रोजगार करना चाहते है, वे हमसे मिले। कहा कि जाति की राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करें। मेरी सरकार सबका साथ सबका विकास की राह पर चलती है। आप लोगों को भी ऐसे ही व्यक्ति का चयन करना चाहिए, जो सबका साथ दे तथा विकास की राह पर चले। उन्होंने कहा कि डॉ भारत भूषण एवं राम औतार यादव को धन्यवाद देना चाहता हूं कि जो इस कार्य में मेरा सहयोग प्रदान कर रहे हैं।