आरएसएस के प्रभुनाथ जायसवाल के निधन से शोक की लहर
आरएसएस के प्रभुनाथ जायसवाल के निधन से शोक की लहर
प्रयागराज, 07 जुलाई । अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं स्थापना काल से जुड़े प्रभुनाथ जायसवाल का लम्बी अस्वस्थता के बाद शुक्रवार को प्रयागराज में स्वर्गवास हो गया। वह संघ के विभिन्न दायित्व, विद्या भारती से संचालित विद्यालयों एवं हिन्दुस्थान समाचार में अंशधारक सहित समय-समय पर महत्वपूर्ण दायित्व निर्वहन कर चुके थे। वह संघ के तृतीय वर्ष प्रशिक्षित कार्यकर्ता थे।
प्रभुनाथ का जन्म 18 फरवरी 1934 को हुआ था। 1945 में आरएसएस के स्वयंसेवक बने थे। 1954 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी कॉम उत्तीर्ण कर 1956 में उसी विवि में कार्यालय में नियुक्त हुए और 1992 में सहायक कुल सचिव ‘लेखा’ पद से सेवानिवृत्त हुए। 1976 में आपातकाल के दौरान चार माह तक नैनी कारागार में बन्द रहे। 1976 से 1985 तक त्रिवेणी नगर के नगर कार्यवाह रहे। 1978 में तृतीय वर्ष का संघ शिक्षा वर्ग का शिक्षण नागपुर से प्राप्त किया। 1980 से अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के संगठन मंत्री, उप्र क्षेत्र के 10 वर्षों तक बिन्दु माधव जोशी संस्थापक अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के आदेशानुसार रहे। 1986 से 1989 तक ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर सिविल लाइंस के कोषाध्यक्ष रहे। 1990 से 1992 तक श्री राम कार सेवा समिति प्रयाग के संयोजक रहे। जिसमें गिरफ्तार हुए और जमानत पर रिहा कराया गया।
स्वर्गीय प्रभु नाथ का दाह संस्कार शनिवार को होगा। उनके सुपुत्र अनिल बाबू जायसवाल, पूर्व प्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक, प्रबंधक सरस्वती विद्या मंदिर इन्टर काॅलेज एवं विद्या भारती प्रान्तीय आर्थिक टोली के सदस्य रहे हैं।