कैराना के पीड़ितों ने मुख्यमंत्री से साझा किया अपना दर्द
सरकार की नीति पर जताया संतोष
लखनऊ/कैराना, 08 नवम्बर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शामली जिले के कैराना में पलायन कर लौटे परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान पीड़ित परिवारों ने मुक्तकंठ से मुख्यमंत्री योगी और राज्य सरकार की प्रशंसा की। साथ ही पिछली सरकार में अपने ऊपर गुजरी आपबीती भी बताई। पलायन कर वापस लौटे पीड़ितों ने सरकार की नीति पर संतोष व्यक्त किया और वापस लौटने पर खुशी जताई है।
मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों से कहा कि वह उन सब के सुकून के लिए ही आज कैराना आए हुए हैं। योगी ने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि कैराना से पलायन करने वाले कितने लोग ऐसे बचे हैं, उनकी सूची तैयार करें। साथ ही सभी को शासन की ओर से आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था करें।
पहले पांच बजे के बाद कर्फ्यू के हालात थे, कोई घर से नहीं निकलता था
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी को एक पीड़ित ने बताया कि ईद का दिन कैराना के लिए बहुत खुशी का दिन था। जब टीवी पर सुबह पट्टी चली कि मुकीम काला मुठभेड़ में ढेर हो गया। हम सब के परिवार उसी के पीड़ित थे। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो किया, सो उसने पाया। जो जैसा कर रहा है, उसको वैसी ही गति प्राप्त होगी। पीड़ित ने योगी को बताया कि अब कैराना बाजार में टाइमिंग चेंज हो गई है। पहले पांच बजे के बाद कर्फ्यू के हालात थे, कोई घर से नहीं निकलता था और आज 10-11 बजे रात तक भी शान से चले जाएं कोई दिक्कत नहीं है।
सरकार न आती, तो कैराना 80 से 90 फीसदी पलायन हो जाता
एक पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि पहले समस्या बहुत ज्यादा गंभीर थी। अगर भाजपा सरकार न आती, तो कैराना से 80 से 90 फीसदी पलायन हो जाता। काफी सहयोग बाबू जी (सुरेश राणा) का रहा, जब सरकार नहीं थी, उस समय भी आए। व्यापारियों का हौसला बढ़ाया। भाई साहब सूरत चले गए थे। यहां पर इतना बड़ा कारोबार था, कोई सामान कहीं नहीं मिलता था, लेकिन इनकी दुकान पर मिल जाता था। चार-पांच पीढ़ियों से दुकान थी। दुकान बंद हुई, बहुत परेशान हुए।
अपराधियों के सरेंडर की फोटो अखबारों में आती है, तो बहुत खुशी होती है
योगी से एक दूसरे पीड़ित ने कहा कि आपका तो नाम आने के बाद ही कैराना में शांति हुई। हम तो यह सोचते हैं कि आपका नाम हमारे लिए जीवनदायी है, जैसे मरते-मरते किसी को कोई दवाई मिल जाए, वैसे ही आप का नाम है। आप न आते तो शायद कैराना पुनर्जीवित नहीं हो पाता। जब अपराधियों की हाथ ऊपर कर के थाने में सरेंडर की फोटो अखबारों में आती है, तो बहुत खुशी होती है। अपराध कहां था ? और अब अपराधी कहां हैं ?
कैराना में चार से छह गुना प्राॅपर्टी के रेट बढ़े
एक अन्य पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि महराज जी, कैराना में चार से छह गुने रेट प्राॅपर्टी के बढ़ गए। 2016 में मेन बाजार में 25 लाख की दुकान बिकी थी, लेकिन आज एक करोड़ की खरीदना चाहूं, तो भी नहीं मिल सकती।
कैराना में कश्मीर से बुरे हाल थे : सुरेश राणा
इस दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि वह कैराना में किसी के यहां घटना होने पर आए थे, तो एक पीड़ित ने उन्हें रोककर कहा कि मेरी हत्या हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार थी। उन्होंने एसपी को फोन किया और बोले- इनकी जान को खतरा है, कुछ करो। एसपी ने गनर दे दिया। दुकान के बाहर गनर बैठा था, बाइक से छह-सात लोग आए और दो लोगों को मारकर फरार हो गए। ऐसा माहौल गुंडाराज का था, कोई कहने-सुनने वाला नहीं था। कश्मीर से भी बुरे हाल थे।
फिर सरकार आ जाए, तो कोमा में चले जाएंगे अपराधी
मुख्यमंत्री योगी को एक अन्य पीड़ित ने बताया कि पहले पुलिस की चौकी पर भी ताले लगे थे। चौक बाजार में पुलिस चौकी नशे का अड्डा था। अब 16 पुलिस कर्मी उस पुलिस चौकी पर हैं, पहले एक होमगार्ड नहीं मिलता था। महराज जी, हमारी तो यही प्रार्थना है कि आपकी सरकार दोबारा आ जाए। कोमा में चले जाएंगे अपराधी। सौ फीसदी 20-30 साल सांस नहीं लेंगे। छोटे-छोटे बच्चों की यही प्रार्थना है। इनका भाई सूरत में है। मेरी अभी बात हुई थी। उसने यही शर्त रखी है कि जिस दिन शपथ ग्रहण में महराज जी बोल रहे होंगे, मैं उस दिन कैराना पहुंच जाऊंगा।