बेसिक स्कूलों के एक करोड़ 80 लाख बच्चों को ऑनलाइन भेजे पैसे
1100 रुपये प्रति बच्चा के हिसाब से उनके अभिभावकों के बैंक खाते में हुआ ट्रांजक्शन
लखनऊ, 06 नवंबर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ने वाले एक करोड़ 80 लाख विद्यार्थियों के अभिभावकों के बैंक खाते में रुपये आनलाइन माध्यम से रुपये भेजे हैं। कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस, स्वेटर, बैग व जूता-मोजा खरीदने के लिए यह धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी गयी है। प्रत्येक बच्चा के हिसाब से 1100 रुपये दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार ने प्रदेश की बागडोर संभाला था, तब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की स्थिति अत्यंत जर्जर एवं खराब थी। बहुत से विद्यालय बदीं की कगार पर चले गये थे। काफी बड़े पैमाने पर शिक्षों के रिक्त पद इस व्यवस्था को चुनौती दे रहे थे। विद्यालयों में अपने बच्चे को प्रवेश कराने के बजाए अभिभावक इन बच्चों को अन्यत्र कहीं अपने बच्चों को कहीं पर भी प्रवेश कराएगा तो उसे ज्यादा लाभ दिखाई देता था। उन्हें बच्चों का भविष्य ज्यादा उज्ज्वल दिखाई देता था। लेकिन विभाग ने उसके बाद शासन की मंशा के अनुरूप जिस कार्ययोजना के अनुरूप काम करना प्रारम्भ किया गया, उसमें तकनीक का भी उपयोग किया गया। टीम वर्क का भी परिणाम हैं। नेक नियति भी दिखती है। आज बेसिक शिक्षा के स्कूलों के बारे में नजरिया बदला है। मात्र तीन वर्ष में 50 लाख से अधिक बच्चों की संख्या बढ़ी है।
जिन्ना वाले बयान पर यहां भी मुख्यमंत्री ने कसे तंज
बैंक खाते में भेजे गये पैसे के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल हमारी जिम्मेदारी यहीं पर समाप्त नहीं होती है। उन बच्चों के लिए स्कूल ड्रेस, जूते बैग की खरीद हो। अभिभावक उसका पैसा अलग न खर्च करें। प्रधानाध्यापक सुनिश्चित करें कि सभी बच्चे यूनिफार्म में ही स्कूल आएं। बच्चे स्कूल जरूर आएं। सामान्य जानकारी, सामान्य शिष्टाचार बेसिक स्कूलों में ही मिलना चाहिए। पांच सालों में इन बच्चों को दी गयी शिक्षा ही उनके जीवन और देश की आधारशिला होगी। बच्चों को इतनी जानकारी होनी चाहिए कि राष्ट्र का नायक कौन है और कौन देशद्रोही है। जो लोग अपने बच्चों को यह शिक्षा नहीं दे पाते हैं, वह ही ऐसी परिस्थितियां पैदा करते हैं। मुख्यमंत्री का इशारा अखिलेश यादव की ओर था। पिछले दिनों सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की तुलना जिन्ना से कर दी थी। अखिलेश यादव के उस बयान की कड़ी निंदा हुई थी। वहीं बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने सरकार के साढ़े चार साल के दौरान हुए कार्य के बारे में विस्तार से रखा।