काशी की बेटी महारानी लक्ष्मी बाई की जयंती पर हुए विविध आयोजन

राष्ट्र सेविका समिति ने शौर्य को किया नमन, छात्रा आस्था बनी 'मनु'

काशी की बेटी महारानी लक्ष्मी बाई की जयंती पर हुए विविध आयोजन

वाराणसी,03 नवम्बर। कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर बुधवार को काशी की वीरांगना बेटी महारानी लक्ष्मी बाई 'मनु' का 186 वां जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सुबह विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने वीरांगना बेटी की जन्मस्थली भदैनी (अस्सी) स्मारक स्थल जाकर उनके विशाल प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।

राष्ट्र सेविका समिति (आरएसएस की महिला इकाई) काशी प्रांत और महारानी लक्ष्मीबाई सेवा न्यास की सदस्यों ने स्मारक स्थल पहुंच कर वीरांगना के शौर्य को नमन कर उनके मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच भदैनी स्थित जन्मस्थली पर दीप जलाएं।


अस्सी स्थित गोयनका संस्कृत महाविद्यालय में न्यास की ओर से जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। छात्राओं ने वीरांगना मनु पर आधारित नृत्य नाटिका के जरिए उनके वीरगाथा को जीवंत किया। शस्त्र कौशल का भी प्रदर्शन छात्राओं ने किया। इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली 11 महिलाओं को सम्मानित किया गया। साथ ही पिछले दिनों रानी लक्ष्मी बाई पर हुई प्रतियोगिता के 40 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।


संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्र सेविका समिति की शशि बघेल एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. नमिता मिश्रा ने महारानी के जीवन संघर्ष को बताया। इसके पहले कार्यक्रम में समिति की स्वयंसेविकाएं पूर्ण गणवेश में मानवंदना में शामिल हुई। इसमेंं महारानी लक्ष्मी बाई बनी निजी विद्यालय की कक्षा आठ की छात्रा आस्था आकर्षण का केन्द्र बनी रही। समिति सदस्य पथ संचलन कर शोभायात्रा के साथ भदैनी स्थित जन्मस्थली पर पहुंचे। कार्यक्रम में अमृत महोत्सव भाषण अधिवक्ता राजेन्द्र प्रताप पांडेय प्रधान न्यासी ने दिया। समिति की 50 बहनों का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम का संचालन ममता बरनवाल,धन्यवाद ज्ञापन प्रान्त बौद्धिक प्रमुख ड़ॉ रंजना श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में न्यासी मीना चौबे, मंत्री रंजना श्रीवास्तव, सदस्य कविता मालवीय, अंजू सिंह,निर्मला सिंह पटेल भाजपा महिला मोर्चा, मंजू द्विवेदी, नमिता सिंह दिव्यांग प्रकोष्ठ, कुमकुम त्रिपाठी, बैदेही , पद्मजा, नेहा दुबे, प्रियांशु, संस्कृता, नीतू चतुर्वेदी, आदर्श शिशु मंदिर और अतुलानन्द विद्यालय की अध्यापिकाओं ने भाग लिया।