प्रयागराज: उमरे महाप्रबंधक ने उपलब्धियों एवं आगामी योजनाओं पर की चर्चा
96 प्रतिशत मेल एक्सप्रेस का संचालन शुरू
प्रयागराज, 09 अक्टूबर । उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने सूबेदारगंज मुख्यालय में शनिवार को पत्रकारों से रेलवे की उपलब्धियों के बारे में बताया एवं आगामी योजनाओं के बारे में वार्ता की। उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे में लगभग 96þ मेल एक्सप्रेस (780 ट्रेनों में से 752) ट्रेनों को फिर से शुरू कर दिया गया है। साथ ही 07 जून, 2021 को 100þ समयपालन हासिल किया। उत्तर मध्य रेलवे में 65þ मेल एक्सप्रेस ट्रेनों (460 ट्रेन) की गति 110 से बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटे कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने प्रारम्भिक माल भाड़ा राजस्व में वृद्धि करते हुए जुलाई-सितम्बर में पिछले वर्ष की इसी अवधि के 3.96 मिलियन टन की तुलना में लोडिंग 4.50 मिलियन टन रही है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 13.6þ की वृद्धि है। दूसरी तिमाही में माल भाड़ा राजस्व अर्जन, पिछले वर्ष की इसी अवधि के 413.6 करोड़ के मुकाबले 9.6þ की वृद्धि के साथ 453.24 करोड़ दर्ज किया गया। अप्रैल-सितम्बर के दौरान प्रारम्भिक माल भाड़ा 891.72 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में अर्जित 765.93 करोड़ के मुकाबले 16.4þ की वृद्धि है।
महाप्रबंधक ने बताया कि अप्रैल से सितम्बर में कुल 238 ट्रैक किमी विद्युतीकरण किया गया। उत्तर मध्य रेलवे का कुल विद्युतीकृत रूट 2781 किमी; ट्रैक 6150 किमी है। वर्ष 2021-22 में कुल 380 रूट किमी और कुल 427 ट्रैक किमी विद्युतीकरण के लिए लक्षित है। जून 2022 तक उत्तर मध्य रेलवे के रेलमार्ग पूरी तरह से विद्युतीकृत होना लक्षित है। उन्होंने कहा कि रेल मार्ग दोहरीकरण, तिहरीकरण का कार्य पूरा हुआ। जिसमें झांसी-बबीना 25.35 किमी, बबीना-बसई (12.60 किमी) रोलिंग चौंराह-मलासा (19.14 किमी) है। साथ ही छाता-अझई- वृंदावन 21.05 किमी, ललितपुर-बिजरोठा 28.98 किमी, भाऊपुर-पनकी चौथी लाइन 11 किमी, नैनी-प्रयागराज छिवकी तीसरी लाइन 2 किमी, ग्वालियर- बानमोर तीसरी लाइन 21 किमी, धौलपुर-भंडई तीसरी लाइन 42 किमी, अंतरी-डबरा तीसरी लाइन 20 किमी, उरई-झांसी दोहरीकरण 113.75 किमी मार्गों पर दोहरीकरण-ट्रिपलिंग-चौथी लाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण होगा।
प्रमोद कुमार ने बताया कि 01 अप्रैल, 2021 को लेवल क्रॉसिंग की कुल संख्या 759 है। जिसमें 2021-22 के लिए लक्ष्य 95 क्रॉसिंग रखा गया है। अब तक 28 एलसी समाप्त कर दिया गया है। इस वर्ष 67 और को समाप्त करने की योजना है। बताया कि सितम्बर तक तीन नग आरओबी तथा 10 नग आरयूबी बनाये गये और मार्च 2022 तक 17 आरओबी तथा 78 आरयूबी चालू करने की योजना है। 1519 अनधिकृत वेंडर विभिन्न ड्राइव में पकड़े गए। वित्तीय वर्ष में अब तक 2335 अनाधिकृत वेंडरों को पकड़कर 20,90,064 रुपये का जुर्माना न्यायालय के माध्यम से प्राप्त किया जा चुका है। अलार्म चेन पुलिंग में 1001 गिरफ्तार, कोर्ट के माध्यम से लगाया 6,85,475 रुपये जुर्माना वसूला गया।
कोविड की तैयारियों को लेकर बताया कि केंद्रीय चिकित्सालय प्रयागराज में कोविड इलाज के लिए 100 बिस्तर उपलब्ध हैं। कोविड रोगियों के लिए 20 आईसीयू बेड, 10 बिस्तरों का बालचिकित्सा आईसीयू प्रक्रियाधीन है। उपमंडलीय चिकित्सालय कानपुर 250 लीटर प्रति मिनट का ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट चालू किया गया है। मंडलीय चिकित्सालय झांसी में कोविड स्वास्थ्य केंद्र (डीसीएचसी) के रूप में रेलवे और गैर रेलवे आबादी के कोविड रोगियों के इलाज के लिए 100 बिस्तर उपलब्ध हैं। कोविड रोगियों के लिए 20 आईसीयू बेड, 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट की स्थापना प्रक्रियाधीन है। मंडलीय चिकित्सालय आगरा में 15 बिस्तरों वाला कोविड केयर सेंटर, 250 लीटर प्रतिमिनट ऑक्सीजन जनरेटर संयंत्र का उद्घाटन किया गया। इस दौरान सीपीआरओ डॉ शिवम शर्मा, अमित मालवीय, मनीष सिंह, अमित कुमार सिंह सहित तमाम अधिकारीगण मौजूद रहे।