इस्लाम की बुनियाद है ईमान, नमाज, जकात, रोजा और हज- मौलाना महली

इस्लाम की बुनियाद है ईमान, नमाज, जकात, रोजा और हज- मौलाना महली

इस्लाम की बुनियाद है ईमान, नमाज, जकात, रोजा और हज- मौलाना महली

लखनऊ, 15 अप्रैल । इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि ईमान, नमाज, जकात, रोजा और हज पांच चीजे ही इस्लाम की बुनियाद है।



मौलाना फरंगी महली ने कहा कि खुदा ने तमाम मुसलमानों को रमजान उल मुबारक के पूरे महीने रोजे रखने का हुकुम दिया है और जो भी बगैर किसी जायज मजबूरी के एक रोजा छोड़ देता है, वह बहुत ही सख्त गुनाहगार होता है। रमजान उल मुबारक के अलावा वह शख्स चाहे दूसरे महीने में रोजा रखता रहे, उसको वह सवाब और बरकते हासिल नहीं होती।



उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में अल्लाह ने रोजे के बारे में सूरह बकर की आयत 183 में फरमाया है कि ईमान वालों तुम पर रोजे रखना फर्ज किया गया है जैसे कि तुम से पहली उम्मतों पर भी फर्ज किया गया था ताकि तुम में तकवे की सिफत पद पैदा हो।