अतीक व अशरफ के चालीसवें पर कब्रिस्तान में सन्नाटा

अतीक व अशरफ के चालीसवें पर कब्रिस्तान में सन्नाटा

अतीक व अशरफ के चालीसवें पर कब्रिस्तान में सन्नाटा

प्रयागराज, 25 मई (हि.स.)। इस्लाम धर्म में किसी की मौत के चालीसवें दिन पर उसकी कब्र पर फूल चढ़ाया जाता है। परिवार के लोग कब्र पर पहुंचकर अकीदत के फूल चढ़ाते हैं और फातेहा का पाठ करते हैं। अतीक और अशरफ के चालीसवें पर वृहस्पतिवार को किसी ने फूल नहीं चढ़ाया। जबकि पुलिस को शाइस्ता परवीन व जैनब के आने की उम्मीद थी। कब्रिस्तान के आसपास रहने वाले लोग इस बारे में बात करने से भी कतराते रहे।



बताया जाता है कि परिवार का कोई भी सदस्य कब्र पर नहीं पहुंचा। जबकि चालीसवें पर शाइस्ता परवीन और जैनब के कब्रिस्तान आने की सूचना पर पुलिस अलर्ट रही। पुलिस सुबह से निगाह लगाये रही और इसके लिए महिला पुलिस को भी सक्रिय कर दिया गया था। हर तरफ निगरानी रखी जा रही थी। पुलिस को शक था कि शाइस्ता परवीन चोरी चुपके कब्र पर जाकर शौहर और देवर के साथ ही बेटे असद के कब्र पर फूल चढ़ा सकती है। लेकिन कब्रिस्तान में दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा।



उल्लेखनीय है कि, अतीक अहमद की पत्नी और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। पुलिस उसकी खोजबीन कर रही है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। पुलिस उस पर इनाम राशि और बढ़ाने की तैयारी में है। अतीक के अधिकांश रिश्तेदार जेल में बंद हैं या फरार चल रहे हैं।