गोरखपुर में राप्ती और गोण्डा में कुआनो नदियां खतरे के निशान से ऊपर
गोरखपुर में राप्ती और गोण्डा में कुआनो नदियां खतरे के निशान से ऊपर
लखनऊ, 12 जुलाई। उत्तर प्रदेश में नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। इसमें गोरखपुर क्षेत्र के बर्डघाट में राप्ती नदी और गोण्डा क्षेत्र के चन्द्रदीप घाट क्षेत्र में कुआनो नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
घाघरा नदी की सहायक नदी के रुप में कुआनो नदी की पहचान है। बारिश के दिनों में कुआनो नदी में जलस्तर बढ़ता है। जुलाई माह में कुआनो का जलस्तर गोण्डा के चन्द्रदीप घाट क्षेत्र में खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर पहुंच गया है। जिसका व्यापक असर ग्रामीण क्षेत्र में होता दिख रहा है। कुआनो नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर आपदा प्रबंधन व प्रशासन ने ग्रामीणों को हटाना आरम्भ कर दिया है।
गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से .30 मीटर ऊपर पहुंचा है, जिसके और बढ़ने का कयास लगाया जा रहा है। नदी के जलस्तर बढ़ने पर बर्ड घाट क्षेत्र में तटों के नजदीक रहने वाले लोगों को प्रशासन वहां से हटा रहा है। गोरखपुर क्षेत्र के रिगौली में भी लोगों को तट से दूर रहने की अपील की जा रही है।
प्रदेश में दूसरी नदियों में शारदा नदी इस वक्त लखीमपुर खीरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। खीरी प्रशासन लगातार लोगों से संवाद स्थापित कर बचाव कार्य में जुटा है। इसी तरह घाघरा नदी भी बलिया के तुर्तीपार घाट, बाराबंकी के एलगिन ब्रिज और अयोध्या में प्रमुख घाट क्षेत्रों में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। जिसे देखते हुए बड़ी जनसंख्या को तटों से सुरक्षित स्थान पर हटाया जा रहा है।