प्रयाग महाकुम्भ ने सतयुग के लिए कलयुग का मार्ग खोल दिया : शंकराचार्य वासुदेवानंद 

प्रयाग महाकुम्भ ने सतयुग के लिए कलयुग का मार्ग खोल दिया : शंकराचार्य वासुदेवानंद 

प्रयाग महाकुम्भ ने सतयुग के लिए कलयुग का मार्ग खोल दिया : शंकराचार्य वासुदेवानंद 

महाकुम्भ नगर, 13 जनवरी (हि.स.)। महाकुम्भ पौष पूर्णिमा के पावन पर्व पर तीर्थराज प्रयाग आए श्रद्धालुओं को श्रीमज्योतिषपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने आशीर्वाद दिया। कहा कि महाकुम्भ पर्व लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने रहने, भोजन प्रसाद एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने का श्रेय प्रयागराज को मिल रहा है। ’को कही सकई प्रयाग प्रभाऊं’ की गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई आज साक्षात स्वरूप ले रही है

प्रवक्ता ओंकार नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उनके मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों विधायकों व प्रशासनिक अधिकारियों के कुशल महाकुम्भ स्नान पर्व संपादित करने की कटिबद्वता और सबके समन्वित प्रयास का ही फल है कि आज सतयुग बनने के लिए कलयुग का मार्ग खोल दिया है।

शंकराचार्य ने कहा कि भगवान राम, राम धाम अयोध्या और राम कथा पर विभिन्न प्रकार का भ्रम उत्पन्न करने वालों के लिए सनातन धर्म के विपरीत बोलने के लिए अब कुछ भी नहीं बचा है। सनातन धर्म का साक्षात स्वरूप देखने की ललक आज सम्पूर्ण विश्व के लोगों के मन में जाग चुकी है। तरह-तरह के साहित्य संस्मरण व शोध आज सनातन धर्म विरोधियों के लिए सनातन सत्य को जानने व स्वीकार करने के लिए बाध्य कर रहा है। उन्होंने प्रयागराज के प्रत्येक जन का आवाहन किया है कि सब लोग मिलकर इस विश्व स्तरीय मेले को पूर्णतः सफल बनायें और साधु संतों व श्रद्धालुओं की सेवा सहायता के लिए समर्पित भाव से लग जाएं।