प्रयागराज: ब्राह्मण पुरातन काल से ही दुनिया को दिशा देते आए : स्वामी महेशाश्रम
ब्राह्मण पुरातन काल से ही दुनिया को दिशा देते आए : स्वामी महेशाश्रम
प्रयागराज, 29 जुलाई । जगदगुरू स्वामी महेशाश्रम महाराज ने कहा कि 2022 में यूपी सहित कई कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसके चलते राजनीतिक दलों में ब्राह्मणों को रिझाने की होड़ मची है। जबकि ब्राह्मण अपनी विद्वता, त्याग व समर्पण के जरिए पुरातन काल से ही दुनिया को दिशा देते आए हैं। वह भूखा रह लेगा, लेकिन किसी के आगे झुकता नहीं है।
यह बातें अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के संरक्षक जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम महाराज ने अरैल स्थित दंडी सन्यासी आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में कहा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां ब्राह्मणों को वोट बैंक के रूप में देख रही हैं, जो अनुचित है। ब्राह्मण फौरी लाभ के लिए किसी राजनीतिक दल का बंधुआ न बने, बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के हित व अहित को ध्यान में रखकर किसी का समर्थन तथा विरोध करने का मन बनाए।
उन्होंने कहा कि वेद, पुराण, संस्कृत, ज्योतिष व कर्मकांड ब्राह्मणों के अस्तित्व से जुड़े हैं। इसके बावजूद साजिश के तहत इन्हें शिक्षा से बाहर कर दिया गया। अंग्रेजी के नाम पर मौजूदा पीढ़ी को पाश्चात्य संस्कृति पढ़ाई जा रही है। इससे हमारा धर्म, संस्कृति व सभ्यता लुप्त हो जाएंगे। राजनीतिक दल इसकी बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि दंडी सन्यासी ही आदि शंकराचार्य के संकल्पों पर चलते हुए सनातन धर्म व संस्कृति को संरक्षित कर रहे हैं। लेकिन उनकी घटती संख्या चिंताजनक है।
स्वामी सूर्याश्रम व स्वामी ज्ञानेश्वर आश्रम ने गरीब ब्राह्मण के बच्चों व युवाओं को दंड धारण कराकर सन्यास दिलाने पर जोर दिया। इस दौरान आचार्य धनंजय शास्त्री, प्रदीप पांडेय, दीपक शुक्ल, रासबिहारी मिश्र, राजेंद्र शुक्ल, दिनेश मिश्र आदि मौजूद रहें।